अमरकंटक के 15 प्रमुख दर्शनीय और पर्यटन स्थल – Amarkantak me Ghumne ki Jagah

Amarkantak me Ghumne ki Jagah :- अमरकंटक मध्य प्रदेश का एक धार्मिक स्थान है। इस ब्लॉग पोस्ट में अमरकंटक में घूमने की जगह (amarkantak me ghumne ki jagah), अमरकंटक कैसे जाएं, अमरकंटक कहां है, जैसे बहुत सारी जानकारियां मिलेंगी। अमरकंटक मध्य प्रदेश में विंध्य और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है। अमरकंटक भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। अमरकंटक को तीर्थराज के नाम से जाना जाता है। तीर्थराज का अर्थ होता है तीर्थ का राजा

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अमरकंटक मध्य प्रदेश के बारे में जानकारी – Information about Amarkantak Madhya Pradesh

अमरकंटक एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, इसलिए यहां पर पूरे देश से लोग घूमने के लिए आते हैं। अमरकंटक 1065 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मध्यप्रदेश का एक खुबसूरत हिल स्टेशन है, जो सुंदर पहाड़ों से घिरा हुआ है। अमरकंटक मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के अंतर्गत आता है। अमरकंटक अनूपपुर जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर है। अमरकंटक में पहुंचने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से परिवहन की सुविधा उपलब्ध है।

नर्मदा नदी का उद्गम स्थल अमरकंटक है। नर्मदा नदी एक पवित्र नदी है और लोग इसकी पूजा करते हैं। नर्मदा नदी भारत के प्रमुख नदियों में से एक है। नर्मदा नदी का उद्गम भारत के मध्य भाग अमरकंटक से होता है और यह पश्चिम की ओर बहती है। अमरकंटक में और भी बहुत सारी नदियों का उद्गम हुआ है अमरकंटक में सोन नदी और जोहिला नदी का उद्गम हुआ है। इसके अलावा अमरकंटक में बहुत सारे बरसाती नाले हैं, जो अमरकंटक से निकलते हैं औरआसपास के क्षेत्र में बहते हैं।

अमरकंटक में घूमने के लिए बहुत सारे प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर है। अमरकंटक में प्राकृतिक स्थल भी देखने के लिए मिलते हैं, जहां पर आप जाकर अच्छा समय बिता सकते हैं। अमरकंटक में बहुत सारे टूरिस्ट प्लेस है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर जाकर आप बहुत अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है।

अगर आप अमरकंटक घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको हमारा यह ब्लॉग पढ़कर  बहुत सारी जानकारी मिलेगी। आपको इस ब्लॉग में अमरकंटक के प्रसिद्ध और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर पर्यटन स्थलों की जानकारी मिलेगी, जहां पर जाकर आप अच्छा समय बिता सकते हैं। तो चलिए जानते हैं अमरकंटक के पर्यटन स्थलों के बारे में

अमरकंटक में घूमने की जगह – Amarkantak me Ghumne ki Jagah

अमरकंटक के प्रमुख दर्शनीय और पर्यटन स्थल की सूची – Amarkantak tourist places list in hindi

  1. नर्मदा कुंड और नर्मदा जी का मंदिर
  2. कलचुरी का प्राचीन मंदिर समूह
  3. श्री यंत्र मंदिर
  4. माई की बगिया
  5. सोनमुडा
  6. कबीर चबूतरा
  7. कपिलधारा जलप्रपात
  8. दूधधारा जलप्रपात
  9. सर्वोदय जैन मंदिर
  10. ज्वालेश्वर महादेव मंदिर
  11. श्री दुर्गा धारा जलप्रपात एवं आश्रम अमरकंटक
  12. श्री अमरेश्वर महादेव अमरकंटक
  13. भृगु ऋषि तपोस्थली अमरकंटक
  14. अचानकमार वन्य जीव अभ्यारण
  15. शम्भू सरोवर और शम्भू धारा अमरकंटक

 

नर्मदा कुंड और नर्मदा जी का मंदिर – Narmada Kund and Narmada Ji Temple

नर्मदा कुंड और नर्मदा जी का मंदिर अमरकंटक के मुख्य आकर्षण में से एक है। यह अमरकंटक का धार्मिक स्थान है। नर्मदा मंदिर मुख्य अमरकंटक शहर में स्थित है। आप यहां पर आसानी से आ सकते हैं। मंदिर के बाहर ढेर सारी प्रसाद की दुकानें हैं, जहां से आप माँ को अर्पित करने के लिए प्रसाद ले सकते हैं। नर्मदा मंदिर परिसर बहुत ही अच्छी तरह से बना हुआ है। यहां पर एक कुंड बना हुआ है, जो नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है। नर्मदा कुंड के पास में ही नर्मदा माता का मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है।

नर्मदा मंदिर परिसर में 16 प्राचीन मंदिर बने हुए हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है और पूरे ही मंदिर सफेद रंग के हैं। नर्मदा मंदिर परिसर में नर्मदा मंदिर, भगवान शिव मंदिर, श्री राधा कृष्ण मंदिर, भगवान विष्णु मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, गुरु गोरखनाथ मंदिर, श्री राम जानकी मंदिर और श्री राधा कृष्ण मंदिर बना है। आप इन सभी के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर में जाकर शांति मिलती है और बहुत ही अच्छा लगता है। यहां पर आकर सकारात्मक विचार आते हैं।

नर्मदा मंदिर परिसर में एक और धार्मिक चीज देखने के लिए मिलती है। यहां पर एक चमत्कारी हाथी बना हुआ है, जिसके बारे में अलग-अलग कहानी कहा जाता है, कि जिसके मन में पाप रहता है। वह इस हाथी के निचे से निकलता है, तो अटक जाता है। अगर आपको भी अमरकंटक जाने का मौका मिलता है और आप इस मंदिर में जाते हैं, तो आप इस चमत्कारी हाथी के नीचे से जरूर निकलेगा।

नर्मदा कुंड अमरकंटक के सबसे अच्छे और सबसे सुंदर स्थलों में से एक है। यह अमरकंटक का प्रमुख पर्यटन स्थल है। अमरकंटक के इस स्थान की यात्रा के बिना अमरकंटक की यात्रा पूरी नहीं मानी जाती है, इसलिए अगर आप अमरकंटक आए तो इस जगह दर्शन करें। उसके बाद बाकी अन्य जगह जाये। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

कलचुरी का प्राचीन मंदिर समूह – Ancient Temple Group of Kalachuri

कलचुरी कालीन प्राचीन मंदिर समूह अमरकंटक का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह मंदिर अमरकंटक में नर्मदा कुंड के ठीक सामने स्थित है। इस मंदिर में आप आसानी से जा सकते हैं। इस मंदिर में प्रवेश के लिए शुरू किया जाता है। इस मंदिर में आप ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। यह मंदिर बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यह मंदिर अमरकंटक का एक ऐतिहासिक स्थान है

कलचुरी कालीन प्राचीन मंदिर समूह परिसर में ढेर सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं।  इन मंदिरों को 12वीं शताब्दी में बनाया गया है। इस मंदिरों का देखभाल सरकार द्वारा किया जाता है। यहां पर सुंदर गार्डन बना हुआ है, जहां पर तरह-तरह के फूलों वाले प्लांट लगाए गए हैं। आप इन मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है। इन मंदिर के खुलने का समय सुबह 6:00 से शाम के 6:00 तक है।

कलचुरी कालीन प्राचीन मंदिर समूह में पातालेश्वर मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग विराजमान है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि श्रावण माह में किसी भी एक सोमवार को यह शिवलिंग जल में डूब जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार मां नर्मदा जी भगवान शिव की पुत्री है, इसलिए यह शिवलिंग जल में डूब जाता है और मां नर्मदा जी स्वयं भगवान शिव का अभिषेक करती हैं। यह चमत्कार देखने के लिए बहुत सारे लोग यहां पर आते हैं और भगवान के दर्शन करते हैं।

यहां पर और भी बहुत सारे प्रसिद्ध मंदिर हैं। यहां पर करण मंदिर, जोहिला मंदिर, पचमठा मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर परिसर में आपको एक कुंड भी देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है। यह अमरकंटक में घूमने लायक सबसे अच्छे स्थानों (amarkantak me ghumne ki jagah) में से एक है।

 

श्री यंत्र मंदिर – Shri Yantra Mandir

श्री यंत्र मंदिर अमरकंटक का एक प्रमुख धार्मिक स्थान है। श्री यंत्र मंदिर अमरकंटक का खूबसूरत मंदिर है। यह मंदिर देखने में बहुत आकर्षक है और आप यहां पर जाकर इस मंदिर की खूबसूरती देख सकते हैं।

यह मंदिर मुख्य अमरकंटक से करीब एक किलोमीटर दूर होगा। इस मंदिर में आप आराम से आ सकते हैं। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। यह मंदिर बहुत ही यूनिक है। इस मंदिर के  ऊपर आपको चार मुख वाली प्रतिमा देखने के लिए मिलती है जो बहुत ही आकर्षक लगती है। यह प्रतिमा मंदिर के प्रवेश द्वार पर बनी हुई है। मंदिरका स्ट्रक्चर गोलाकार है, जो बहुत ही सुंदर लगता है।

मंदिर के प्रवेश द्वार में बहुत सारी मूर्तियां बनाई गई है, जो बहुत ही आकर्षक लगती है। मंदिर के अंदर एक मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। आप इस मंदिर में जाकर माता के दर्शन कर सकते हैं। यह अमरकंटक का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां पर आकर अच्छा लगता है। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

माई की बगिया – Mai Ki Bagiya

माई की बगिया अमरकंटक का दर्शनीय स्थल है। माँ की बगिया मुख्य अमरकंटक से थोड़ा दूर है। यह नर्मदा कुंड से करीब 1 किलोमीटर दूर है। यहां पर आप आसानी से आ सकते हैं। यहां पर आप पैदल ही घूमने के लिए जा सकते हैं। यह मंदिर मां नर्मदा जी को समर्पित किया गया है।

कहा जाता है की मां नर्मदा जी यहां पर अपने बचपन में खेला करती थी। यहां पर ढेर सारे आम के पेड़ देखने मिलते है, जो बहुत सुंदर हैं। इस जगह पर बहुत सारे औषाधीय पौधे भी आपको देखने मिल जाते है। माई की बगिया के चारों तरफ घना जंगल है। यहां पर ढेर सारे बंदर हैं। इस बगीचे में आपको आम के पेड़, केले के पेड़ और अन्य फलों के पेड़ देखने के लिए मिलते हैं।

यहां पर एक विशिष्ट प्रकार की औषधि पाई जाती है, जिसे गुलबकावली कहते हैं। यहां पर फूलों के भी बहुत सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यहां पर पर्यटकों के साथ-साथ नर्मदा तीर्थ यात्री भी आते हैं और मां नर्मदा के बाल्य काल के दर्शन करते हैं। यहां पर नर्मदा परिक्रमा वासियों को रात बिताने के लिए व्यवस्था है। माई के बगिया अमरकंटक का सबसे सुंदर स्थल है और आपके यहां पर जरूर घूमने आना चाहिए। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

सोनमुडा – Sonmuda

सोनमुडा अमरकंटक में घूमने वाली एक खूबसूरत जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है। सोनमुडा घने जंगलों के बीच स्थित है। सोनमुडा से सोन नदी का उद्गम हुआ है। सोनमुडा पर दो कुंड है – सोन और भद्र है। सोनमुडा पर आपको खूबसूरत पहाड़ियों का दृश्य देखने मिलता है। सोनमुदा मुख्य अमरकंटक से दूर है। यह अमरकंटक से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। यहां पर आने का रास्ता बहुत खूबसूरत है। दोनों तरफ घना जंगल देखने के लिए मिलता है। मां नर्मदा जी के दर्शन के करने के बाद, लोग सोनमुड़ा जरूर घूमने के लिए आते है।

सोनमुड़ा पर आपको ढेर सारे जगह देखने के लिए मिलती है। यहां पर सोन नदी का उद्गम स्थल देखने के लिए मिलता है। पहाड़ी पर एक व्यू प्वाइंट बनाया गया है, जहां पर आपको दूर घाटी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।

इस स्थल पर बजरंगबली का मंदिर, भैरव बाबा का मंदिर, महादेव का शिवलिंग और मां शक्ति का मंदिर देखने के लिए मिलता है। यहां पर ढेर सारे बंदर हैं, जिनको आप चने खिला सकते हैं। यहां पर भीगे हुए चने मिलते हैं, जो आप बंदरों को खिला सकते हैं। यहां पर बंदर आपको कोई भी क्षति नहीं पहुंचते हैं। यह स्थान अमरकंटक का एडवेंचरस प्लेस है और आपके यहां पर आकर बहुत मजा आएगा। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

कबीर चबूतरा – Kabir chabutara

कबीर चबूतरा अमरकंटक में घूमने वाली एक धार्मिक जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है। कबीर चबूतरा घने जंगलों के बीच में स्थित है। कबीर चबूतरा अमरकंटक में वन विभाग चौकी के पास स्थित है। यहां आप मुख्य सड़क मार्ग से आ सकते हैं। यह मुख्य अमरकंटक से लगभग 3 किमी दूर है। ये जगह बेहद खूबसूरत है।

कबीर एक महान संत थे। प्राचीन काल में संत कबीर, यहां रहते थे। संत कबीर ने 15 वीं शताब्दी में यहां ध्यान किया था। संत कबीर जी एक प्रसिद्ध कवि और सूफी संत थे। उन्होंने कई रचनाएँ लिखी हैं। यहां संत कबीर जी का मंदिर देखा जा सकता है। संत कबीर कबीरवानी के लिए प्रसिद्ध है।

यहां एक तालाब भी है, जिसे कबीर कुंड के नाम से जाना जाता है। यह तालाब बहुत सुन्दर है। यहां आप चारों ओर प्राकृतिक नजारा देख सकते हैं। यहां आपको एक छोटा सा मिट्टी का घर भी देखने को मिलता है, जिसे कबीर कुटी के नाम से जाना जाता है। यहां आप अच्छा समय बिताया जा सकता है। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

कपिलधारा जलप्रपात – Kapiladhara Falls

कपिलधारा जलप्रपात अमरकंटक में घूमने लायक (amarkantak me ghumne ki jagah) वाला एक मनोरम जलप्रपात है। कपिलधारा जलप्रपात अमरकंटक का एक प्राकृतिक स्थल है। यहां आपको चारों तरफ जंगल का नजारा और नर्मदा नदी पर खूबसूरत झरना देखने को मिलता है। कपिलधारा नर्मदा नदी पर बनने वाला पहला झरना है और बेहद आकर्षक है। यह झरना चट्टानों से गिरता है और बहुत आकर्षक दिखता है। इस झरने की ऊंचाई 100 फीट है। आप यहां अच्छा समय बिता सकते हैं।

कपिलधारा जलप्रपात मुख्य अमरकंटक से दूर है। यह जलप्रपात अमरकंटक से करीब 5 किलोमीटर दूर है। इस जलप्रपात में आप अपने वाहन या टैक्सी बुक करके आ सकते हैं। यहां पर पार्किंग का शुल्क लिया जाता है। यहां पर झरने में पहुंचने के लिए थोड़ी सी ट्रेकिंग करनी पड़ती है। झरने के नीचे भी आप जा सकते हैं। उसके लिए भी ट्रैकिंग करनी पड़ती है।

यह झरना बेहद खूबसूरत है। यहां आपको कपिल मुनि का मंदिर भी देखने को मिलता है। कपिल मुनि जी के नाम पर ही इस झरने को कपिल धारा झरने के नाम से जाना जाता है। आप यहां नहाने का आनंद भी ले सकते हैं। यह झरना बेहद खूबसूरत दिखता है। कपिलधारा जलप्रपात अमरकंटक का एक फेमस टूरिस्ट स्पॉट है। अमरकंटक में आपको इसको जरुर देखना चाहिए। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

दूधधारा जलप्रपात – Dudhdhara Falls

दूधधारा जलप्रपात अमरकंटक में घूमने वाली एक खूबसूरत जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है। दूधधारा झरना अमरकंटक का सबसे खूबसूरत झरना है। यह झरना नर्मदा नदी पर बना हुआ है और यह झरना कपिलधारा झरने से लगभग 1 किलोमीटर दूर जंगल के अंदर बना हुआ है। यह झरना बेहद आकर्षक है। यह जलप्रपात ज्यादा ऊंचा नहीं है, मगर खूबसूरत है। आप इस जलप्रपात में आकर अपना समय बिता सकते हैं। दूधधारा जलप्रपात आने के लिए आपको ट्रैकिंग करनी पड़ती है।

इस झरने को दूध धारा जलप्रपात इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इस झरने का पानी दूधिया रंग का है, जो अपने आप में अनोखा है। यहां पर माना जाता है कि नर्मदा जी में दिन के किसी भी पहर में दूध की धारा बहती है।

यहां आपको ऋषि दुर्वासा की एक छोटी सी गुफा देखने को मिलती है जहां ऋषि दुर्वासा की मूर्ति स्थापित है। यहां ऋषि दुर्वासा तपस्या करते थे। यहां का वातावरण शांत है और यहां आकर आपको बहुत अच्छा महसूस होगा। यहां आप नहाने का मजा ले सकते हैं। यह अमरकंटक यात्रा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें में से एक है।

आपको अपने फ्रेंड्स और परिवार वालों के साथ अमरकंटक के दर्शनीय स्थलों में से दूधधारा जलप्रपात में जरूर घूमने के लिए आना चाहिए। यह जलप्रपात थोड़ा दूर है, मगर यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है और सुकून महसूस होता है। यहां पर आप अपना काफी समय बिता सकते हैं। दूध धारा जलप्रपात में आने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है, मगर यहां पहुंच कर सारी थकान मिट जाती है। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

सर्वोदय जैन मंदिर – Sarvodaya Jain Temple

सर्वोदय जैन मंदिर अमरकंटक का एक प्रमुख पर्यटन स्थल (amarkantak me ghumne ki jagah) है। यह मंदिर मुख्य अमरकंटक शहर में स्थित है। यह मंदिर नर्मदा कुंड मंदिर से कुछ कदम की दूरी पर स्थित है। आप यहां आराम से पैदल घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर बहुत भव्य है। यह दिगंबर जैन मंदिर है।

सर्वोदय जैन मंदिर में आपको बडे बडे गुंबद एवं नक्काशीदार मूर्तियां देखने मिलती है। मंदिर के सामने एक बड़ी जैन धर्मशाला भी स्थित है, जहां पर सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। आप यहां पर बुक कर सकते हैं और ठहर सकते हैं।

यह मध्य प्रदेश के सबसे सुंदर जैन मंदिरों में से एक है। यह मंदिर कई सालों से बन रहा है। यह मंदिर बहुत बड़ा और बहुत सुंदर है। इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान आदिनाथ की अष्टधातु से बनी बेहद आकर्षक मूर्ति देखने को मिलती है। यह मूर्ति 24 टन की है।  यह मूर्ति बेहद खूबसूरत है.

सर्वोदय जैन मंदिर भी बहुत अच्छे से बना हुआ है। पूरे मंदिर में पत्थरों पर सुंदर कारीगरी की गई है और पूरा मंदिर पत्थर से बना है। यहां आप मंदिर की दीवारों और छतों पर की गई नक्काशी देख सकते हैं। यह अमरकंटक के सबसे सुंदर मंदिरों में से एक है और अगर आप अमरकंटक घूमने लिए आते हैं, तो आपके यहां पर जरूर आना चाहिए। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

ज्वालेश्वर महादेव मंदिर – Jwaleshwar Mahadev Temple

जलेश्वर मंदिर अमरकंटक का एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह मंदिर अमरकंटक मुख्य शहर से 8 किमी दूर है। यह मंदिर नर्मदा मंदिर के उत्तर-पूर्व की ओर स्थित है। आप सड़क मार्ग से इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं। यह मंदिर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर बना है। यह मंदिर बेहद खूबसूरत है। जलेश्वर धाम मंदिर दोनों ओर पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह देखने में बहुत सुंदर लगता है।

ज्वालेश्वर मंदिर अमरकंटक में घूमने वाले सबसे अच्छे स्थलों में से एक है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर में एक शिवलिंग देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। यह शिवलिंग बहुत बड़ा है और बहुत ही आकर्षक है।

मंदिर के बाहर आपको एक कुआं देखने के लिए मिलता है, जिसे जोहिला नदी का उद्गम स्थल माना गया है। इस कुएं में साफ और शुद्ध पानी भरा हुआ है। जोहिला नदी मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी है। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

श्री दुर्गा धारा जलप्रपात एवं आश्रम अमरकंटक – Shri Durga Dhara Waterfall and Ashram Amarkantak

श्री दुर्गा धारा झरना और आश्रम अमरकंटक के मुख्य आकर्षणों में से एक है। दुर्गा धारा जलप्रपात अमरकंटक मुख्य शहर से दूर है। यह जलप्रपात अमरकंटक पेंड्रा रोड पर बना हुआ है। यह अमरकंटक से 7 किलोमीटर दूर है। इस झरने में आप आसानी से पहुंच सकते हैं। यह झरना बेहद खूबसूरत है।

श्री दुर्गा धारा झरना छोटा है, लेकिन बहुत आकर्षक है। यहां पर चट्टानों के ऊपर से पानी गिरता है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर चारों तरफ जंगल है। यहां पर मां दुर्गा का छोटा मंदिर बना हुआ है, इसलिए इस झरने को दुर्गा धारा जलप्रपात कहा जाता है।

यह झरना बेहद आकर्षक है. आप यहां आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। इस झरने के आसपास आपको प्राकृतिक नजारा देखने को मिलता है। यहां ठहरने की सुविधा उपलब्ध है। बरसात के मौसम में इस झरने में काफी पानी होता है। गर्मियों में यहां पानी कम हो जाता है। यह अमरकंटक के पास मुख्य प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

श्री अमरेश्वर महादेव अमरकंटक – Shri Amreshwar Mahadev Amarkantak

श्री अमरेश्वर महादेव मंदिर अमरकंटक का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह एक शिव मंदिर है। श्री अमरेश्वर महादेव मंदिर अमरकंटक में ज्वालेश्वर मंदिर के पास स्थित है। आप यहां आराम से पहुंच सकते हैं। यहां तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग है। यह मंदिर बेहद खूबसूरत है।

इस मंदिर में आपको सबसे बड़ा शिवलिंग देखने को मिलता है। यह शिवलिंग 11 फीट ऊंचा है। इस शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए आपको सीढ़ियों से ऊपर चढ़ना पड़ता है और फिर जल चढ़ाना पड़ता है। यह शिवलिंग देखने में बहुत सुंदर लगता है। यहां आपको 12 ज्योतिर्लिंगों के भी दर्शन होते है। सावन के सोमवार और महाशिवरात्रि पर यहां कई भक्त भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

भृगु ऋषि तपोस्थली अमरकंटक – Bhrigu Rishi Taposthali Amarkantak

भृगु ऋषि तपोस्थली अमरकंटक का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। भृगु तपोस्थली घने जंगल के अंदर स्थित है। यहां तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। चारों तरफ जंगल का नजारा देखने को मिलता है. यह स्थान मुख्य अमरकंटक से लगभग 5 किमी दूर है। यह जगह सोनमुडा के पास स्थित है।

भृगु तपस्थली अमरकंटक का एक प्राकृतिक स्थल है। यहां पर चारों और प्राकृतिक नजारों का आनंद लेने के लिए मिलता है। यहां पर आकर आपको सुकून मिलता है। आप यहां पर जितना भी ट्रैक करके आते हैं। यहां पहुंच कर आपकी थकान उतर जाएगी।

यहां ऋषि भृगु की तपोस्थली देखने को मिलती है जहां प्राचीन काल में भृगु ऋषि तपस्या करते थे। यहां पर आपको बहुत बड़ी-बड़ी चट्टान देखने के लिए मिलती हैं। यहां पर चट्टानों में भगवान गणेश जी का आकार बनाया गया है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर आपको चट्टानों में प्राकृतिक शिवलिंग देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही अद्भुत लगते हैं। यहां पर बहुत सारे संत महात्मा रहते हैं। यहां पर आकर आपको एक अलग अनुभव होगा। अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं तो आप इस जगह पर जा सकते हैं। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

अचानकमार वन्य जीव अभ्यारण – Achanakmar Wildlife Sanctuary

अचानकमार वन्य जीव अभ्यारण अमरकंटक का एक मुख्य दर्शनीय स्थान है। यहां पर आपको घना जंगल और जंगली जानवर देखने के लिए मिलते हैं। यह अमरकंटक से करीब 50 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर आसानी से सड़क मार्ग द्वारा आ सकते हैं। आप यहां पर अमरकंटक बिलासपुर मार्ग से आ सकते हैं। यहां पर आप सफारी का आनंद ले सकते हैं। यहां पर सफारी का और गाइड का चार्ज लिया जाता है। यहां पर ठहरने की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां पर आकर आप इंजॉय कर सकते हैं। यह अमरकंटक में घूमने की अच्छी जगह (amarkantak me ghumne ki jagah) है।

 

शम्भू सरोवर और शम्भू धारा अमरकंटक – Shambhu Sarovar and Shambhu Dhara Amarkantak

शम्भू सरोवर एवं शम्भू धारा अमरकंटक का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह एक इको-पर्यटन स्थल है। शंभू धारा घने जंगल के अंदर है। शंभु सरोवर अमरकंटक से लगभग 5 किलोमीटर दूर है और यहां तक पहुंचने के लिए कच्चा रास्ता उपलब्ध है। आप यहां आराम से आ सकते हैं।

शंभू धरा में आपको एक विशाल सरोवर देखने के लिए मिलता है, जिसे शंभू सरोवर के नाम से जाना जाता है। यह विशाल झील चारों तरफ से जंगल और पहाड़ों से घिरी हुई है। यहां पर लोग नहाने का आनंद लेते हैं। बरसात के दिनों में शंभू सरोवर पूरी तरह पानी से भर जाता है और बहुत ही आकर्षक दिखता है।

शंभू सरोवर से कुछ ही दूरी पर शंभू धारा देखने के लिए मिलती है। यह एक छोटा सा झरना है, लेकिन बहुत खूबसूरत है। यह झरना चट्टानों के ऊपर से गिरता है। यहां पर आप पिकनिक मनाने आ सकते हैं। यह जगह बेहद खूबसूरत है। अमरकंटक के दर्शनीय स्थान में इस जगह में आपको जरूर आना चाहिए।

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अमरकंटक में घूमने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit Amarkantak

अमरकंटक में घूमने का सबसे अच्छा समय ठंड का रहता है। यहां पर आप ठंड में जाकर आराम से सभी जगह घूम सकते हैं। ठंड का मौसम बहुत ही बढ़िया रहता है और घूमने में बहुत ही मजा आता है। इस मौसम में आप अमरकंटक के सभी पर्यटन स्थलों की यात्रा कर सकते हैं।

अमरकंटक में नर्मदा जयंती, मकर संक्रांति और सावन सोमबार जैसे त्योहारों में भी आप आ सकते हैं। इस समय अमरकंटक में बहुत ज्यादा भीड़ होती है और बहुत सारे लोग यहां पर आते हैं। इस समय मेले का माहौल रहता है। इस समय यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है।

 

अमरकंटक कैसे जायें – How to Reach Amarkantak

अमरकंटक एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। अमरकंटक में पूरे देश से लोग आते हैं। अमरकंटक आने के लिए बहुत सारे श्रद्धालु अमरकंटक में कैसे पहुंचे, यह सर्च करते रहते हैं, तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आप अमरकंटक कैसे पहुंच सकते हैं। अमरकंटक पहुंचने के लिए रेल मार्ग, सड़क मार्ग और वायु मार्ग तीनों ही उपलब्ध है। आप इन तीनों माध्यम से अमरकंटक कैसे पहुंच सकते हैं, चलिए जानते हैं –

 

वायु मार्ग से अमरकंटक केसे पहुचें – How To Reach Amarkantak By air

अमरकंटक का सबसे नियरेस्ट एयरपोर्ट जबलपुर में स्थित है, जो अमरकंटक से 254 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जबलपुर में सभी प्रमुख शहरों से फ्लाइट आती है। आप जबलपुर में देश के किसी भी राज्य से आ सकते हैं और उसके बाद सड़क मार्ग और रेल मार्ग द्वारा अमरकंटक पहुंच सकते हैं।

 

ट्रेन से अमरकंटक कैसे पहुंचे – How To Reach Amarkantak By Train

अमरकंटक का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन शहर से 17 किमी की दूरी पर पेंड्रा में स्थित है। यहां पर फास्ट ट्रेन नहीं चलती है। यहां पर आपको कटनी से डायरेक्ट अमरकंटक के लिए ट्रेन मिल जाती है। अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं, तो आप देश के किसी भी हिस्से से पहले कटनी आ सकते हैं और उसके बाद आप रेल मार्ग द्वारा अमरकंटक के पेंड्रा रेलवे स्टेशन में पहुंच सकते हैं और उसके बाद आप सड़क मार्ग द्वारा अमरकंटक पहुंच सकते हैं।

 

सड़क मार्ग से अमरकंटक कैसे पहुंचे – How To Reach Amarkantak By Road

अमरकंटक सड़क मार्ग द्वारा अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। अमरकंटक में जबलपुर बिलासपुर हाईवे रोड गुजरती है, जिसके द्वारा आप इन दो शहरों से अमरकंटक बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हैं और बस आपको चार या पांच घंटे में अमरकंटक पहुंचा देती हैं। अमरकंटक राज्य के अन्य शहरों से भी सड़क मार्ग द्वारा अच्छे से जुड़ा हुआ है और अन्य शहरों से भी यहां पर बसे आती हैं, तो आप आसानी से सड़क मार्ग द्वारा अमरकंटक पहुंच सकते हैं।

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अमरकंटक का मेला – Amarkantak fair

अमरकंटक के मेले में पूरे मध्य प्रदेश और पूरे भारत से लोग माता नर्मदा माई के दर्शन करने के लिए आते हैं, क्योंकि इस दिन माता नर्मदा माई का जन्मोत्सव मनाया जाता है अर्थात इस दिन माता का जन्मदिन मनाया जाता है। इस दिन मंदिर को बहुत ही अच्छी तरह से सजाया जाता है और मां नर्मदा जी की पूजा की जाती है। इस दिन अमरकंटक में बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। अमरकंटक में इस दिन बहुत विशाल मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें ढेर सारी दुकानें लगाई जाती है। इन दुकानों में तरह-तरह का सामान मिलता है। यहां पर खाने-पीने के लिए भी ढेर सारे सामान मिलते हैं। यहां पर आपको झूले भी मिलते हैं, जिसमें बड़े लोग और छोटे लोग झूल सकते हैं। अमरकंटक का मेला पूरे देश में प्रसिद्ध है।

 

अमरकंटक कहां है – Where is Amarkantak?

अमरकंटक मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। अमरकंटक मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर एरिया में स्थित है। अमरकंटक मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित है। अमरकंटक एक पहाड़ी इलाका है। अमरकंटक में आप आसानी से पहुंच सकते हैं। अमरकंटक बहुत खूबसूरत है।

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अमरकंटक जाने का रास्ता – Route to Amarkantak

अमरकंटक जाने का रास्ता बहुत सुंदर है। अमरकंटक मध्य प्रदेश बिलासपुर हाईवे सड़क पर बना हुआ है। अमरकंटक में आप आसानी से आ सकते हैं। अमरकंटक के चारों तरफ आपको पहाड़ी इलाका देखने के लिए मिलेगा। पहाड़ी इलाका बहुत सुंदर है। पहाड़ी इलाके में रोड बहुत ही अच्छी तरह बनाई गई है। रोड में आप आसानी से चल सकते हैं। रोड में कहीं कहीं पर बहुत ही तीखे घुमाव है, जहां पर आपको गाड़ी संभाल कर चलाने की जरूरत है। अमरकंटक में आप अपनी बाइक और कार से आराम से आ सकते हैं। अमरकंटक बहुत सुंदर है।

 

अमरकंटक क्यों प्रसिद्ध है – Why is Amarkantak famous?

अमरकंटक अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। अमरकंटक चारों तरफ से प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है। यहां पर चारों तरफ हरियाली से भरा जंगल, पहाड़, नदी देखने के लिए मिलती है। अमरकंटक नर्मदा नदी के उद्गम के लिए भी प्रसिद्ध है। नर्मदा नदी भारत की प्रमुख नदी है। नर्मदा नदी का उद्गम मुख्य अमरकंटक में एक कुंड से हुआ है। नर्मदा नदी पश्चिम की ओर बहती है। अमरकंटक में बहुत सारे तीर्थ स्थल है, जहां पर आप घूम सकते हैं और अच्छा समय बिता सकते हैं। अमरकंटक में आकर अच्छा लगता है और शांति का एहसास होता है। इन्हीं सारी विशेषताओं के कारण अमरकंटक पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।

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अमरकंटक में ठहरने की व्यवस्था – Amarkantak Mein thaharne ki jagah

अमरकंटक एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। अमरकंटक से पूरे देश से पर्यटक आते हैं।  अमरकंटक में इन पर्यटकों के ठहरने के लिए बहुत सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध है। अमरकंटक में ठहरने के लिए होटल और लॉज हुए हैं, जहां पर पर्यटक आकर रुक सकते हैं। अमरकंटक में बहुत सारे आश्रम बने हुए हैं, जहां पर पर्यटक बहुत कम पैसे देकर रुक सकते हैं और अमरकंटक घूम सकते हैं।

होलीडे होम्स

अमरकंटक में आप घूमने लिए आते हैं, तो आप अमरकंटक में एमपी टूरिज्म के होलीडे होम्स में रख सकते हैं। एमपी टूरिज्म का होलीडे होम्स मुख्य अमरकंटक में बना हुआ है और इसका प्रबंधन एमपी टूरिज्म के द्वारा किया जाता है। यह बहुत ही अच्छी तरह से बनाया गया है। यहां पर आपकी हर सुविधा का ध्यान रखा जाता है। एमपी टूरिज्म होलीडे होम्स धार्मिक स्थलों के बहुत करीब है। इसलिए आप यहां पर आराम से पहुंच सकते हैं।

अमरकंटक में रुकने के लिए सर्वोदय जैन धर्मशाला अच्छा है। सर्वोदय जैन धर्मशाला जैन मंदिर में बना हुआ है। यहां पर सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर आकर आप ठहर सकते हैं। यहां पर आप बहुत कम पैसे में रख सकते हैं।

 

FAQ

 

अमरकंटक किस राज्य में है

अमरकंटक मध्य प्रदेश राज्य में है

 

अमरकंटक से कौन सी नदी निकलती है

अमरकंटक से नर्मदा नदी निकलती है। नर्मदा नदी अमरकंटक से निकलने वाली मुख्य नदी है। अमरकंटक से सोन और जोहिला नदी भी निकलती है।

 

अमरकंटक की प्रमुख शहरों से दूरी – Distance of Amarkantak from major cities

 

जबलपुर से अमरकंटक की दूरी कितनी है

जबलपुर से अमरकंटक की दूरी 230 किलोमीटर है।

 

बिलासपुर से अमरकंटक की दूरी कितनी है

बिलासपुर से अमरकंटक की दूरी 130 किलोमीटर है

 

अनूपपुर से अमरकंटक की दूरी कितनी है

अनूपपुर से अमरकंटक की दूरी 68 किलोमीटर है।

 

रायपुर से अमरकंटक की दूरी कितनी है

रायपुर से अमरकंटक की दूरी 228 किलोमीटर है।

 

पेंड्रा रोड से अमरकंटक की दूरी कितनी है

पेंड्रा रोड से अमरकंटक की दूरी 26 किलोमीटर है।

 

मंडला से अमरकंटक की दूरी कितनी है

मंडला से अमरकंटक की दूरी 128 किलोमीटर है।

 

डिंडोरी से अमरकंटक की दूरी कितनी है

डिंडोरी से अमरकंटक की दूरी 84 किलोमीटर है।

 

अमरकंटक कहां पर स्थित है

अमरकंटक मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर एरिया में स्थित है। अमरकंटक मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित है।

 

अमरकंटक से निकलने वाली नदियाँ

अमरकंटक से निकलने वाली प्रमुख नदियां – नर्मदा नदी, जोहिला नदी और सोन नदी है। अमरकंटक में बहुत सारे बरसाती नाले भी निकालते हैं।

 

अमरकंटक जाने का सही समय

अमरकंटक जाने का सही समय ठंड का रहता है। आप ठंड में अमरकंटक जाकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। आप नर्मदा जन्मोत्सव के समय भी अमरकंटक जा सकते हैं।

 

अमरकंटक की सबसे ऊंची चोटी

अमरकंटक की सबसे ऊंची चोटी राजमेरगढ़ है।

 

अमरकंटक किस पर्वत श्रेणी में स्थित है

अमरकंटक में मैकॉल पर्वत श्रेणी पर स्थित है, जो विंध्याचल और सतपुड़ा पर्वत श्रेणियां को जोड़ता है।

 

अमरकंटक कौन से जिले में है

अमरकंटक अनूपपुर जिले में स्थित है।

 

किस नदी की उत्पत्ति अमरकंटक से हुई है

अमरकंटक से नर्मदा नदी जोहिला नदी और सोन नदी की उत्पत्ति हुई है।

 

अमरकंटक की ऊंचाई कितनी है

अमरकंटक की ऊंचाई 1048 मीटर है।

 

अमरकंटक कौन से राज्य में है

अमरकंटक मध्य प्रदेश राज्य में है।

 

अमरकंटक से कितनी नदियां निकलती है

अमरकंटक से तीन नदियां निकलती है

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