सुल्तानगढ़ झरना शिवपुरी मध्य प्रदेश – Famous Sultangarh Waterfall Shivpuri

सुल्तानगढ़ जलप्रपात (sultangarh waterfall) मध्य प्रदेश के सबसे सुंदर जलप्रपात में से एक है। सुल्तानगढ़ जलप्रपात (sultangarh waterfall) मध्य प्रदेश में शिवपुरी में स्थित एक आकर्षक स्थान है। इस जलप्रपात में आप घूमने लिए आ सकते हैं। यह जलप्रपात चट्टानों के ऊपर से गिरता है और आकर्षक लगता है।

सुल्तानगढ़ जलप्रपात शिवपुरी की जानकारी – Information about Sultangarh Waterfall Shivpuri

सुल्तानगढ़ जलप्रपात शिवपुरी (Sultangarh Waterfall Shivpuri) जिले में शिवपुरी ग्वालियर हाईवे रोड पर बना हुआ है। यह जलप्रपात मुख्य सड़क से कुछ दूर जंगल के अंदर स्थित है। यहां पर आप आसानी से जा सकते हैं। यह जलप्रपात शिवपुरी ग्वालियर हाईवे में मोहना नाम के गांव के पास में स्थित है।

मोहना गांव बहुत सुंदर है। मोहना गांव चारों तरफ से पहाड़ियों और घाटियों से घिरा हुआ है। मोहना गांव में घूमने के लिए बहुत सारी जगह हैं। इस गांव के आसपास ढेर सारे प्राकृतिक पर्यटन स्थल है, जहां पर जाकर आप घूम सकते हैं, जिनमें से सुल्तानगढ़ जलप्रपात भी एक है।

मोहना गांव के पास में आपको ककेटो जलाशय देखने के लिए मिलता है। यह जलाशय बहुत सुंदर है और बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। मोहना गांव केआप आसानी से आ सकते हैं। सुल्तानगढ़ जलप्रपात में पहुंचने के लिए सड़क मार्ग उपलब्ध है। यह मुख्य हाईवे सड़क से करीब 2 से 3 किलोमीटर दूर होगा। आप यहां पर आसानी से जा सकते हैं।

मुख्य सड़क मार्ग से सुल्तानगढ़ जलप्रपात जाने के लिए कच्चा सड़क मार्ग है और यहां पर जंगल देखने के लिए मिलता है। यहां पर बरसात में जाने में बहुत डिफिकल्ट रहता है और यहां पर बरसात में जाने की मनाही भी है, क्योंकि यहां पर बरसात के समय एक्सीडेंट हो जाते हैं।

यहां पर 2018 में 23 लोगों की जान चली गई थी। तब से यहां पर बरसात में आने की मनाही है। आप यहां पर बरसात के बाद अन्य किसी मौसम में घूमने के लिए जा सकते हैं। अगर आप यहां पर बरसात में जाते हैं और पुलिस वाले आपको देख लेते हैं, तो आपसे ₹500 का जुर्माना लिया जाता है।

सुल्तानगढ़ जलप्रपात (Sultangarh Waterfall) का आसपास का क्षेत्र सुनसान है। यहां पर आपको बड़ी-बड़ी चट्टानें देखने के लिए मिलती है। जलप्रपात के पास में आपको एक मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो जलप्रपात से थोड़ी दूरी पर बना हुआ है। यहां पर मोहनेश्वर टेम्पल बना हुआ है, जो भगवान शिव को समर्पित है।

मोहनेश्वर मंदिर बहुत ही अच्छी तरह से बनाया गया है। आप यहां पर भी घूमने के लिए जा सकते हैं। इस जलप्रपात में आप जाकर इस जलप्रपात की खूबसूरती को देख सकते हैं। यह जलप्रपात बहुत आकर्षक है। यहां पर चट्टानों के ऊपर से यह जलप्रपात बहता है।

बरसात में इस जलप्रपात में पानी की बहुत अधिक मात्रा रहती है, जिससे यह जलप्रपात और भी ज्यादा आकर्षक हो जाता है। आप यहां पर बरसात के समय आ सकते हैं। मगर बरसात के समय आप यहां पर आते हैं, तो अपना ख्याल जरूर रखें, क्योंकि जलप्रपात में पानी कभी भी बढ़ सकता है।

सुल्तानगढ़ जलप्रपात (Sultangarh Waterfall) के ऊपरी एरिया में मोहना गांव के ऊपर एक डैम बना हुआ है, जहां से बरसात के समय में पानी छोड़ा जा सकता है। इसलिए आप इस बात का जरूर ख्याल रखें और जलप्रपात में बरसात के समय न जाए। आप जलप्रपात में घूमने के अगर आप बरसात में यहां पर जाते हैं, तो जलप्रपात से दूर ही रहे और दूर से ही जलप्रपात का आनंद उठाएं।

सुल्तानगढ़ जलप्रपात (Sultangarh Waterfall) के आसपास ढेर सारी चट्टानें हैं, जिनके ऊपर से यह जलप्रपात बहता है। यहां पर ठंडा या गर्मी के समय छोटे-छोटे ढेर सारे जलप्रपात देखने के लिए मिलते हैं, जो यहां पर बहते है। यहां पर आकर आप इन खूबसूरत जलप्रपात का आनंद उठा सकते हैं।

यहां पर बहुत सारे लोग नहाने का आनंद भी उठाते हैं। यहां का दृश्य प्राकृतिक है और देखने लायक है। यहां पर आप अपने दोस्तों और फैमिली वालों के साथ आ सकते हैं। यहां पर गर्मी के समय भी पानी रहता है। यहां पर पानी कभी भी नहीं सूखता है। आप यहां पर कभी भी आ सकते हैं। मगर यहां पर आप अगर गर्मी या ठंड के समय आ रहे हैं, तो आप यहां पर सुबह के समय आ सकते हैं और जलप्रपात में घूम सकते हैं। यहां पर चट्टानें हैं, तो दिन के समय यहां पर बहुत ज्यादा धूप की तपन रहती है।

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सुल्तानगढ़ जलप्रपात की दुर्घटना – Sultangarh waterfall accident

सुल्तानगढ़ जलप्रपात (Sultangarh Waterfall) में बरसात के समय यहां पर बहुत बड़ी दुर्घटना हो चुकी है। यह दुर्घटना 2018 की है। 2018 में अगस्त के समय यहां पर बहुत सारे लोग ग्वालियर से पिकनिक मनाने के लिए आए थे।

इस दुर्घटना में 23 लोग झरने के बीच में फॅस गए थे। यहां पर बहुत सारे लोग चट्टानों में नहा रहे थे। झरने में अचानक पानी बढ़ गया। अचानक पानी के बढ़ने से लोग अपनी जान बचाकर किनारे की तरफ भागे। मगर कुछ लोग बीच में फंस गए थे। यहां पर करीब 23 लोग फस गए थे, जिनमें से 18 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस दुर्घटना का वीडियो यूट्यूब में आपको देखने के लिए मिल जाएगा। आप इसे यूट्यूब में देख सकते हैं।

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सुल्तानगढ़ जलप्रपात में घूमने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit in Sultangarh Waterfall

सुल्तानगढ़ जलप्रपात (Sultangarh Waterfall) में घूमने का सबसे अच्छा समय ठंड का रहता है। आप यहां ठंड में घूमने के लिए आ सकते हैं। सुल्तानगढ़ जलप्रपात में ठंड और गर्मी के समय पानी बहता हुआ रहता है।

मगर यहां पर इस समय बहुत कम मात्रा में पानी रहता है। आप यहां पर आकर इस जलप्रपात को देख सकते हैं। यह जलप्रपात बहुत सुंदर रहता है। जलप्रपात के आसपास का दृश्य भी बहुत आकर्षक रहता है। जलप्रपात के आस-पास कोई भी सेफ्टी के लिए व्यवस्था नहीं है। इसलिए आप यहां पर अपना ध्यान स्वयं रखें। झरनें का दृश्य बरसात में मनोरम रहता था।

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सुल्तानगढ़ जलप्रपात कहां पर स्थित है – Where is Sultangarh Waterfall located

सुल्तानगढ़ जलप्रपात (Sultangarh Waterfall) मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी जिले में स्थित है। सुल्तानगढ़ झरना (Sultangarh Waterfall) शिवपुरी ग्वालियर हाईवे से करीब 2 किलोमीटर दूर होगा। यह झरना ग्वालियर से 71 किलोमीटर दूर है एवं शिवपुरी से 60 किलोमीटर दूर है। झरनें के आसपास किसी भी प्रकार की कोई भी सुविधा नहीं है।

यहां पर कोई दुकानें मौजूद नहीं है। इसलिए अगर आप यह पर जायें, तो खाना और पीने के लिए पानी लेकर जायें। आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ यहां पर समय बिता सकते है। आप इस झरनें तक अपनी गाडी से जा सकते है।

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