नर्मदा संगम स्थल और संगम घाट मंडला – Holy Narmada Sangam Sthal Mandla

नर्मदा संगम घाट मध्य प्रदेश (Narmada Sangam Ghat Madhya Pradesh) के मंडला जिले में स्थित एक सुंदर स्थान है। नर्मदा संगम घाट (Narmada Sangam Ghat) मंडला जिले का एक धार्मिक स्थान है। यहां पर आपको ढेर सारे प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर नर्मदा नदी और बंजर नदी का संगम हुआ है। नर्मदा नदी और बंजर नदी मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध नदी है। आप यहां पर घूमने आ सकते हैं और इस जगह की खूबसूरती को देख सकते हैं।

नर्मदा संगम घाट मंडला मध्य प्रदेश की जानकारी – Information about Narmada Sangam Ghat Mandla Madhya Pradesh

नर्मदा संगम स्थल मंडला (narmada sangam sthal mandla) शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।  यहां पर नर्मदा नदी का संगम (narmada nadi ka sangam) बंजर नदी (Banjar nadi) से हुआ है। बंजर नदी मंडला (Banjar Nadi Mandla) जिले की प्रमुख नदी है। यह नदी  कान्हा किसली नेशनल पार्क से निकलती है और कान्हा किसली नेशनल पार्क से बहते हुए, यह मंडल में संगम घाट में आकर नर्मदा जी में मिल जाती है। बंजर नदी दक्षिण की तरफ से आती है और नर्मदा नदी में समाहित हो जाती है। यहां पर बंजर नदी की यात्रा समाप्त हो जाती है और आगे नर्मदा नदी आगे बढ़ती है।

नर्मदा संगम स्थल (narmada sangam sthal) एरिया बहुत ही सुंदर है। यह मंडला जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर बहुत सारे प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। नर्मदा संगम स्थल (narmada sangam sthal) पर आकर आप नाव की सवारी का मजा ले सकते हैं। यहां पर नर्मदा नदी सी के आकार में बहती है और नर्मदा नदी का दृश्य बहुत ही जबरदस्त रहता है।

आप नर्मदा संगम घाट (Narmada Sangam Ghat) अपनी बाइक से पहुंच सकते हैं। वैसे यहां ऑटो से भी आया जा सकता है। यहां पर आने के लिये बहुत सकरी गली है, जिसमें कार और गाड़ी से आने में परेशानी हो सकती है। नर्मदा संगम स्थल (Narmada Sangam sthal ) के पास में ही पार्किंग की व्यवस्था है, जहां पर आप गाड़ी खड़ी कर सकते हैं।

यहां पर एक प्राचीन स्मारक भी देखने के लिए मिलती है। नर्मदा संगम घाट (Narmada Sangam Ghat) में जाने के लिए सीढ़ियां बनी है। सीढ़ियों से नीचे जाते ही नर्मदा नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर बहुत सारे लोग नर्मदा नदी की पूजा अर्चना करते हुए भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आप नाव की सवारी का मजा ले सकते हैं। यहां पर बहुत कम चार्ज में आपको नर्मदा नदी में बोटिंग का मजा मिल सकता है।

नर्मदा नदी के आसपास रहने वाले गांव वाले नर्मदा नदी में मछलियां पकड़ते हैं। उन मछलियों को आग में भूनते हैं और उसके बाद बाजार में बेचते हैं। यह चीज आपको नर्मदा संगम घाट (Narmada Sangam Ghat) में भी देखने के लिए मिलेगी, क्योंकि यहां पर बहुत सारे लोग मछलियों को पकड़कर भूनते हुए देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बहुत सारी धार्मिक कार्य किए जाते हैं। यहां पर नर्मदा नदी की पूजा अर्चना और अस्थि विसर्जन, मुंडन। यह सभी कार्य भी होते हैं।

नर्मदा नदी के दूसरी तरफ मंडला का किला देखने के लिए मिलता है। मंडला का किला अब पूरी तरह खंडहर हो गया है। इस किले मे देखने के लिए कुछ नहीं रह गया है। बस इस किले  के अवशेष यहां पर देखे जा सकते हैं। आपको संगम घाट से ही यह दृश्य देखने के लिए मिल जाता है।

यहां पर आप नाव की सवारी भी कर सकते हैं। नाव की सवारी यहां पर बहुत कम रेट पर की जा सकती है। यहां पर नर्मदा नदी बहुत गहरी है, इसलिए आप यहां पर नर्मदा नदी के बीच में ना जाए। अगर आप नर्मदा नदी मे नहाना चाहते हैं, तो नर्मदा नदी के किनारे ही नहाए और नर्मदा नदी के किनारे ही इंजॉय करें।

नर्मदा नदी का घाट (Narmada Nadi ka Ghat) घूमने के बाद, आप ऊपर आकर नर्मदा नदी के किनारे स्थित मंदिरों को देख सकते हैं। यहां पर विश्वकर्मा जी का मंदिर बना हुआ है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। यहां पर शिव मंदिर बना हुआ है। मंदिर के ऊपर शिवलिंग बना हुआ है, जो बहुत ही सुंदर लगता है।

यह शिवलिंग मंदिर की छत पर बना हुआ है और बहुत बड़ा है। यह शिवलिंग दूर से ही देखने के लिए मिल जाता है। आप यहां पर आगे बढ़ेंगे, तो आपको यहां पर बूढ़ी माता मंदिर (Budhi Mata mandir) देखने के लिए मिलेगा। यहां पर बरगद का एक बड़ा सा पेड़ है। यहां पर नर्मदा माता का मंदिर भी बना हुआ है। नर्मदा माता के मंदिर में नर्मदा मैया की प्रतिमा विराजमान है।

यह मंदिर भी बहुत सुंदर है। यहां पर एक बोर्ड लगा हुआ है, जहां पर मंडला में जितनी भी जगह घूमने लायक है। उनकी सूची देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर आकर प्रसाद की भी बहुत सारी दुकानें मिल जाती हैं। जहां से आप नर्मदा माई को प्रसाद चढ़ाने के लिए खरीद सकते हैं।

संगम घाट (Sangam Ghat) के सबसे अंतिम छोर पर बूढ़ी माता का मंदिर बना हुआ है। बूढ़ी माता का मंदिर (Budhi Mata ka mandir) सबसे प्राचीन है। यहां पर बूढ़ी माता की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। बूढ़ी माता गहनों और वस्त्र से सुसज्जित है। बूढ़ी माता मंदिर (Budhi Mata mandir ) के सामने व्यूप्वाइंट बना हुआ है, जहां से नर्मदा नदी और बंजर नदी (Narmada Nadi aur Banjar nadi) का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।

यहां पर आपको नर्मदा नदी का विस्तार रूप देखने के लिए मिलेगा। यहां पर बैठने के लिए चेयर भी लगे हुए हैं, जहां पर आप बैठकर शांति का अनुभव कर सकते हैं। बूढ़ी माता मंदिर के आगे ही हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है। यहां पर आकर अच्छा लगता है और शांति से समय बिताया जा सकता है।

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संगम घाट में घूमने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit in Sangam Ghat

संगम घाट में घूमने का सबसे अच्छा समय ठंड का रहता है। आप मंडला में ठंड के समय आ सकते हैं और मंडला के सभी टूरिस्ट प्लेस घूम सकते हैं। उनमें से संगम घाट भी एक प्रमुख जगह है।

संगम घाट में आप मकर संक्रांति के समय आ सकते हैं। मकर संक्रांति के समय इस जगह बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। बहुत सारे लोग यहां पर आते हैं और नर्मदा नदी का दर्शन करते हैं और स्नान करते हैं। आप यहां पर मकर संक्रांति को आकर अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं।

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संगम घाट कहां पर स्थित है – Where is Sangam Ghat located

संगम घाट मंडला (Sangam Ghat Mandla) शहर का एक प्रमुख स्थल है। संगम घाट मंडला (Sangam Ghat Mandla) शहर में महाराजपुर में स्थित है। महाराजपुर मुख्य मंडला शहर से करीब 2 किलोमीटर दूर होगा। संगम स्थल तक पहुंचने के लिए सड़कें बहुत सक्रिय हैं। आप यहां कार से नहीं जा सकते हैं। आप यहां बाइक या ऑटो से जा सकते हैं। कार से जाने में यहां पर परेशानी हो सकती है। यहां पर पार्किंग के लिए अच्छी जगह है।

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