बैतूल मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध जिला है। इस ब्लॉग पोस्ट में बैतूल जिले में घूमने की जगह (Betul Tourist Places), बैतूल कैसे पहुंचे और बैतूल में घूमने का सबसे अच्छा समय के बारे में जानकारी मिलेगी। बैतूल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 190 किलोमीटर दूर है। बैतूल एक आदिवासी जिला है। बैतूल जिला हरे भरे जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है। बैतूल जिला भोपाल नागपुर के मध्य में स्थित है।
बैतूल जिले की जानकारी – Information about Betul district
बैतूल जिला सतपुडा पर्वतमालाओं से घिरा हुआ है। बैतूल में पवित्र नदी ताप्ती का उद्गम स्थल है। बैतूल जिला हरा-भरा और पहाड़ियों से घिरा हुआ है। बैतूल जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है, जहां पर जाकर आप अच्छा समय बिता सकते हैं। बैतूल जिला में ऐतिहासिक धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल हैं जहां पर आप घूम सकते हैं। बैतूल के दर्शनीय जगह में आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं। बैतूल टूरिस्ट प्लेस (Betul Tourist Places) बहुत सुंदर है। यहां पर आकर अच्छा लगता है और शांति का एहसास होता है।
बैतूल जिले में घूमने की प्रमुख जगह – Betul Tourist Places
बैतूल के दर्शनीय और पर्यटन स्थलों की सूची – List of scenic and tourist places of Betul
- श्री रुक्मणि बालाजी मंदिर
- वैष्णो माता मंदिर बालाजीपुरम
- कोसमी बांध बैतूल
- सोनाघाटी शिव मंदिर बैतूल
- अविभाजित भारत का केंद्र बिंदु
- मुक्तगिरि जैन मंदिर बेतूल
- कुकरू बैतूल
- सालबर्डी शिव धाम बैतूल
- मठारदेव बाबा मंदिर बेतूल
- सतपुड़ा बांध सारणी बैतूल
- ताप्ती नदी का उद्गम स्थल बैतूल
- पारसडोह बांध बैतूल
- भोपाली शिव मंदिर बैतूल
- हनुमान मंदिर केरपानी बैतूल
- चंडी मंदिर बैतूल
- मड़देव मंदिर चिंचोली बैतूल
- चिखलर जलप्रपात बैतूल
- धारखोरा जलप्रपात बैतूल
- बोरी वन्य जीव अभ्यारण
- मेलघाट टाइगर रिजर्व
बैतूल के दर्शनीय स्थान – Betul Tourist Places
श्री रुक्मणी बालाजी मंदिर या बालाजीपुरम
श्री रुकमणी मंदिर बैतूल जिले में स्थित एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बैतूल जिले में बैतूल बाजार में स्थित है। यह मंदिर नागपुर भोपाल हाईवे रोड पर स्थित है। इस मंदिर में आप आसानी से आ सकते हैं। यह मुख्य हाईवे सड़क पर स्थित है। यहां पर बाइक और कार के लिए पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। यह मंदिर भगवान बालाजी का विशाल मंदिर है। यह मंदिर बैतूल जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। इस मंदिर का रखरखाव बहुत ही अच्छे से किया गया है। इस मंदिर में आप अपने फैमिली और दोस्तों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं। इस मंदिर में घूमने के लिए आपको 2 से 3 घंटा आराम से लग जाएगा।
मंदिर परिसर के अंदर विभिन्न स्थल है, जहां पर आप जा सकते हैं। यह मंदिर दोपहर 12:00 बजे से 3 बजे के बीच बंद रहता है। मंदिर परिसर में प्रसाद की दुकान है, जहां पर लड्डू मिलते हैं। यह लड्डू देसी घी और मेवे के बने होते हैं और बहुत ही स्वादिष्ट लगते हैं। आप इस लड्डू को भगवान को अर्पित कर सकते हैं।
इस मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत भव्य है। मंदिर के अंदर जाते हैं, तो मंदिर के अंदर बहुत सारे देवी देवताओं की प्रतिमा विराजमान है। यहां पर शिव भगवान जी का शिवलिंग विराजमान है, शिवलिंग में भगवान शिव के चेहरे की नक्काशी की गई है, जिससे यह शिवलिंग आकर्षक लगता है। नंदी महाराज की बहुत बड़ी प्रतिमा भी यहां विराजमान है। यहां पर आपको आर्टिफिशियल झरना भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर राम जी, सीता जी और लक्ष्मण जी की मूर्तियां भी देखने के लिए मिलती है। यहां पर आप आएंगे तो आप को भक्तिमय माहौल देखने के लिए मिलेगा। मुख्य मंदिर में बालाजी भगवान की मूर्ति भी विराजमान है। यह मंदिर साउथ इंडियन स्टाइल में बना हुआ है। मंदिर में एक छोटा सा पार्क भी है। इस मंदिर में आप आकर अपना बहुत अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं।
वैष्णो माता मंदिर बालाजीपुरम
वैष्णो माता मंदिर श्री रुक्मणी मंदिर का ही एक भाग है। यह मंदिर वैष्णो माता को समर्पित है। इस मंदिर में आपको वैष्णो माता के मंदिर के समान ही गुफा देखने के लिए मिलती है। गुफा के अंदर मां वैष्णो की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। यह गुफा आर्टिफिशियल तरीके से बनाई गई है। यहां पर आपको संतोषी माता का मंदिर, छिपकली मंदिर और राम जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो यहां के मुख्य आकर्षण केंद्र है। यहां पर आपको और भी देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिल जाएंगे। यहां पर आपको गणेश जी की बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जो एक बड़े से पत्थर पर बनाई गई है और यहां पर आप राम जी के वनवास के बहुत सारे घटनाओं का मूर्तियों के द्वार चित्रण देखने मिलता है। यहां पर आपको 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने के लिए बंद हो जाता है।
कोसमी बांध बैतूल
कोसमी बांध बैतूल जिले की एक सुंदर जगह है। यहां पर एक जलाशय देखने के लिए मिलता है। यहां से आपको सूर्यास्त का बहुत ही खूबसूरत नजारा देखने के लिए मिल जाएगा। आप यहां पर अपने दोस्तों के साथ और फैमिली वालों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर बहुत अच्छा समय आप गुजार सकते हैं।
सोनाघाटी शिव मंदिर
सोनाघाटी से मंदिर बैतूल जिले का एक धार्मिक स्थल है। सोनाघाटी बैतूल जिले के पास स्थित एक छोटी सी पहाड़ी है। सोना घाटी का शिव मंदिर बहुत ही प्राचीन है। पहाड़ी के ऊपर यह मंदिर स्थित है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। महाशिवरात्रि के समय यहां पर बहुत बड़ा मेला लगता है, जिसमें बहुत बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं। यह मंदिर घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है। इस मंदिर के सामने हनुमान जी का मंदिर स्थित है। इसमें हनुमान जी की बहुत ही खूबसूरत प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।
अविभाजित भारत का केंद्र बिंदु
अविभाजित भारत का केंद्र बिंदु बैतूल के पास स्थित एक अच्छी जगह है। यह जगह बैतूल जिले में बरसाली नाम की जगह पर स्थित है और यहां पर आपको अविभाजित भारत का केंद्र बिंदु देखने के लिए मिलता है। यहां पर एक पत्थर लगा हुआ है। जिस पर तिरंगा बना हुआ है। यह जगह बरसात के समय ज्यादा अच्छी लगती है, क्योंकि चारों तरफ हरियाली रहती है।
मुक्तागिरी जैन मंदिर बैतूल
मुक्तागिरी जैन मंदिर एक प्रमुख जैन तीर्थ स्थल है। यह बैतूल जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। मुक्तागिरी जैन मंदिर बैतूल जिले की भैसदेही तहसील के अंतर्गत आता है। यहां पर आपको जैन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बरसात के समय झरना भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर 52 जैन मंदिर बने हुए हैं। यह सभी मंदिर पहाड़ों पर बने हुए हैं। यह जैन मंदिर 13वीं 14वीं शताब्दी के दौरान बनाए गए हैं। यहां पर अगर आप बरसात के समय आएंगे, तो आपको बहुत मजा आएगा।
कुकरू बैतूल
कुकरू बैतूल की एक दर्शनीय जगह है। यहां पर आपको पहाड़ियों का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर सूर्योदय और सूर्यास्त का बहुत ही मनोरम दृश्य देखने के लिए मिलता है। कुकरू बैतूल जिले की एक हिल स्टेशन है। आप यहां पर बरसात के समय जाएंगे, तो आपको हरे भरे पहाड़ देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बहुत सारे झरने भी आपको बरसात के समय देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर कॉफी के बागान है, जहां पर आप घूम सकते हैं। यहां पर आपको पवनचक्की भी देखने के लिए मिल जाएंगे। इन सभी चीजों का नजारा आपको बहुत पसंद आएगा।
सालबर्डी शिव धाम
सालबर्डी बैतूल जिले की एक धार्मिक जगह है। यहां पर आपको एक गुफा देखने के लिए मिलती है, जिसमें शिवलिंग विराजमान है। इस शिवलिंग में हमेशा जल अभिषेक होता रहता है। चाहे गर्मी हो, सर्दी हो या बरसात। यहां पर हमेशा शिवलिंग के ऊपर पानी गिरता रहता है। गुफा तक पहुंचने के लिए पैदल चलकर जाना पड़ता है। यह गुफा घने जंगल के बीच में स्थित है। महाशिवरात्रि के समय यहां पर बहुत बड़ा मेला लगता है, जिसमें बहुत सारे लोग सम्मिलित होते हैं और गुफा तक पैदल जाते हैं। अगर आप रोमांचक यात्रा करना चाहते हैं, तो यहां पर आपको जरूर आना चाहिए। सालबर्डी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बॉर्डर एरिया में स्थित है। यहां पर दोनों राज्यों के बहुत सारे लोग शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं।
मठारदेव बाबा मंदिर
मठारदेव बाबा मंदिर बैतूल जिले में स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। पहाड़ी तक जाने के लिए सीढ़ियां मिलती है। मठारदेव बाबा का मंदिर बैतूल जिले के सारणी में स्थित है। मंदिर में पहुंचकर सारणी का बहुत ही खूबसूरत दृश्य देखने के लिए मिलता है।
सतपुड़ा बांध सारणी बैतूल
सतपुड़ा बांध बैतूल का पर्यटन स्थल है। सतपुड़ा बांध मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के सारणी में स्थित है। यह एक सुंदर जलाशय है। सतपुड़ा बांध का दृश्य बहुत ही खूबसूरत रहता है। इस जलाशय के पानी का उपयोग सतपुड़ा पावर प्लांट में किया जाता है। आप सतपुड़ा सतपुड़ा बाद में घूमने के लिए आ सकते हैं। सतपुड़ा बांध में बरसात के समय घूमने आएंगे, तो आपको बहुत ही अच्छा दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां आने के लिए, जो रास्ता है। वह भी बहुत खूबसूरत है और जंगल से होते हुए गुजरता है।
ताप्ती नदी का उद्गम स्थल मुलताई बैतूल
ताप्ती नदी का उद्गम स्थल बैतूल की एक धार्मिक जगह है। बैतूल में मुलताई नाम की जगह है। इस जगह में ताप्ती नदी का उद्गम हुआ है या आप कह सकते हैं या यहां ताप्ती नदी का जन्म हुआ है। यहां पर एक कुंड बना हुआ है, जहां पर ताप्ती नदी का उद्गम हुआ है। कुंड के किनारे पर बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं। यहां ताप्ती नदी के जन्मोत्सव पर मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें बहुत सारी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं।
पारसडोह बांध बैतूल
पारसडोह बांध बैतूल जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। पारसडोह बांध ताप्ती नदी पर बना हुआ बांध है। यह बैतूल जिले का सबसे बड़ा बांध है। आप यहां पर आकर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। यह जगह बहुत खूबसूरत है। यहां पर अपने दोस्तों और फैमिली वालों के साथ घूमने के लिए आया जा सकता है। यहां पर अगर बरसात के समय आते हैं, तो और भी खूबसूरत नजारा देखने के लिए मिलता है। चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है और बांध के जो गेट रहते हैं। उनको भी खोला जाता है, जिससे पानी बहता है, जिसका दृश्य बहुत ही मनोरम होता है।
भोपाली शिव मंदिर
भोपाली शिव मंदिर बैतूल का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर सतपुड़ा की पहाड़ियों में स्थित है। यहां पर बरसात के समय आना बहुत ही आनंदमय होता है, क्योंकि चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यहां पर मेला भी लगता है, जिसे भोपाली मेला कहते हैं। आप यहां पर आकर बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है, जो बहुत ही मजेदार होती है। भोपाली शिव मंदिर में आपको महादेव के दर्शन के अलावा प्रकृति के दर्शन भी करने के लिए मिलते हैं। यहां पर बरसात के समय चारों तरफ हरियाली रहती है और एक खूबसूरत झरना बहता है, जो मुख्य आकर्षण का केंद्र है। यहां पर महाशिवरात्रि के समय बहुत बड़ा मेला लगता है, जिसमें बहुत सारे भक्त सम्मिलित होते हैं।
हनुमान मंदिर केरपानी बैतूल
केरपानी का हनुमान मंदिर बैतूल जिले का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। यहां पर शनिवार के दिन बहुत ज्यादा भीड़ लगती है। यह मंदिर पूरे बैतूल जिले में प्रसिद्ध है। इसके अलावा आसपास के शहरों में भी यह मंदिर प्रसिद्ध है। यह हनुमान मंदिर बैतूल जिले की भैसादेही रोड पर स्थित है।
चंडी मंदिर बैतूल
चंडी मंदिर बैतूल जिले की एक धार्मिक जगह है। यह मंदिर बैतूल में चिंचोली में स्थित है। यह मंदिर चंडी देवी को समर्पित है। चंडी देवी को काली माता के नाम से भी जाना जाता है। यहां के लोग इन्हें चंडी माई के नाम से पूजते हैं। यह मंदिर बैतूल में बहुत प्रसिद्ध है और बहुत सारे लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं।
मड़देव मंदिर चिंचोली बैतूल
मड़देव मंदिर में बैतूल स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। आपको यहां पर प्राकृतिक दृश्य भी देखने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर आ कर भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैं और इस जगह की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं। यह शिव मंदिर बैतूल जिले के चिंचोली में स्थित है।
चिखलर जलप्रपात बैतूल
चिखलर जलप्रपात बैतूल का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको बहुत ही खूबसूरत झरना देखने के लिए मिलता है। यह झरना घने जंगलों के बीच में स्थित है। झरने तक पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ता है। यह झरना बरसात के समय देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको एक साथ दो झरने देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही खूबसूरत है। यह झरना बैतूल के चिखलर के जंगलों में स्थित है।
धारखोरा जलप्रपात बैतूल
धारखोरा जलप्रपात बैतूल में स्थित एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको बहुत ही खूबसूरत झरना सुंदर झरना देखने के लिए मिलता है। यह झरना बैतूल के बानूर में स्थित है। यहां पर आकर आपको प्राकृतिक सुंदरता देखने के लिए मिलेगी। यह झरना पहाड़ी से नीचे गिरता है, जिसका दृश्य बहुत ही खूबसूरत रहता है। झरने के नीचे नहाने का मजा भी लिया जा सकता है। आप यहां पर आकर अपना बहुत ही अच्छा समय बिता सकते हैं।
बोरी वन्य जीव अभ्यारण
बोरी वन्यजीव अभ्यारण बैतूल जिले के पास ही में स्थित एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यह पर्यटन स्थल बैतूल और इटारसी राजमार्ग में पड़ता है। आप यहां पर जाकर जंगलों और जंगली जानवरों को देख सकते हैं। यहां पर आपके प्रवेश का एंट्री टिकट लिया जाता है। यहां पर आकर बहुत ही अच्छा लगता है।
मेलघाट टाइगर रिजर्व
मेलघाट टाइगर रिजर्व बेतूल के पास घूमने का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आप राष्ट्रीय पशु बाघ देख सकते हैं। बाघ यहां का मुख्य आकर्षण है। इसके अलावा आप जंगल के दृश्य और जंगली जानवरों को भी देख सकते हैं। यहां पर आपको सफारी बुकिंग करनी पड़ती है। आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा।
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बैतूल कैसे पहुंचे – How to reach Betul
बैतूल मध्य प्रदेश का मुख्य जिला है। बैतूल अन्य शहरों से परिवहन के माध्यम के द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा है। यहां पर आप रेल मार्ग, वायु मार्ग और सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं।
वायु मार्ग से बैतूल कैसे पहुंचे – How to reach Betul by air
बैतूल में हवाई अड्डा नहीं है, मगर बैतूल का सबसे निकटतम हवाई अड्डा नागपुर में है। नागपुर में डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर हवाई अड्डा है, जो बैतूल से करीब 180 किलोमीटर दूर है। आप नागपुर आ सकते हैं और उसके बाद सड़क मार्ग द्वारा बैतूल पहुंच सकते हैं। बैतूल का दूसरा निकटतम हवाई अड्डा भोपाल में है। भोपाल बैतूल से 190 किलोमीटर दूर है।
रेल द्वारा बैतूल कैसे पहुंचे – How to reach Betul by train
बैतूल शहर में रेलवे स्टेशन है। बैतूल शहर अन्य शहरों से रेल माध्यम के द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप मध्य प्रदेश के अन्य शहरों से बैतूल आसानी से पहुंच सकते हैं। यह नागपुर इटारसी शाखा लाइन पर है। यहां पर आने के लिए कई बड़े शहरों से ट्रेन उपलब्ध है।
सड़क के द्वारा बैतूल कैसे पहुंचे – How to reach Betul by road
बैतूल में सड़क मार्ग द्वारा आसानी से आ सकते हैं। बैतूल में हाईवे सड़क गुजरती है, जिसके द्वारा यहां पहुंचा जा सकता है। बैतूल में नागपुर भोपाल हाईवे रोड गुजरती है, जिसके द्वारा आप यहां पर आराम से आ सकते हैं। बैतूल में आने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर सभी प्रमुख शहरों से डायरेक्ट बस आती है।
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बैतूल में घूमने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit in Betul
बैतूल में घूमने का सबसे अच्छा समय ठंड के समय रहता है। आप यहां पर ठंड के समय आकर सभी जगह की यात्रा कर सकते हैं। बैतूल शहर पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां पर ढेर सारी जगह है, जहां पर आप जा सकते हैं। ठंड के समय बैतूल का मौसम बहुत ही बढ़िया होता है और घूमने में आनंद आता है।
बैतूल टूरिस्ट प्लेसेस (Betul Tourist Places) बहुत सुंदर है। बैतूल के टूरिस्ट स्थल (Betul Tourist Places) में आकर आप अच्छा समय बिता सकते हैं। सागर टूरिस्ट प्लेस (Betul Tourist Places) की खूबसूरती देखने लायक है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं।
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