बिलासपुर छत्तीसगढ़ के प्रमुख दर्शनीय स्थल – Top 23 Bilaspur me Ghumne ki Jagah

Bilaspur me Ghumne ki Jagah :- बिलासपुर छत्तीसगढ़ का एक मुख्य जिला है। इस लेख में हम आपको बिलासपुर में घूमने की जगह, बिलासपुर कैसे पहुंचे, बिलासपुर के प्रमुख धार्मिक स्थान और बिलासपुर के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में जानकारी देंगे।

Table of Contents

बिलासपुर जिले के बारे में जानकारी – Information about Bilaspur district

बिलासपुर छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख जिला है। बिलासपुर छत्तीसगढ़ का बहुत पुराना शहर है। यह 400 साल पुराना है। बिलासपुर का नाम बिलासा नामक महिला के नाम पर रखा गया है। बिलासपुर शहर की सीमा गौरेला पेंड्रा मरवाही, मुंगेली, कबीरधाम, बलौदाबाजार, कोरबा, जांजगीर चांपा जिले की सीमाओं से घिरी हुई हैं।

बिलासपुर शहर के बीच से अरपा नदी बहती है। अरपा नदी बिलासपुर की प्रमुख नदी है। बिलासपुर शहर में घूमने के लिए ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थान है, जो बहुत सुंदर है। इन सभी स्थानों में आप अपने फैमिली और दोस्तों के साथ जा सकते हैं।

बिलासपुर में घूमने के लिए ढेर सारे धार्मिक स्थल हैं, जो बहुत सुंदर है। यहां पर ढेर सारे पार्क भी बने हुए हैं, जहां पर आप जा सकते हैं। इस लेख में हम आपको बिलासपुर के सभी पर्यटन स्थलों के बारे में बताएंगे। अगर आप बिलासपुर की यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए उपयोगी होगा।

बिलासपुर जिला में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है, जहां पर आप जाकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। बिलासपुर के आस पास घूमने के लिए ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है। इस ब्लॉग में हम बिलासपुर में घूमने की जगह, बिलासपुर कैसे जा सकते हैं, बिलासपुर कहां ठहर सकते हैं। इन सभी की जानकारी दी है।

 

बिलासपुर छत्तीसगढ़ में घूमने की जगह – Bilaspur me Ghumne ki Jagah

बिलासपुर छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन और दर्शनीय स्थल की सूची – Bilaspur Tourist Places list in Hindi

  1. बिलासा ताल एवं वसुंधरा उद्यान बिलासपुर
  2. महामाया मंदिर रतनपुर बिलासपुर
  3. खुटाघाट बांध बिलासपुर
  4. रामटेकरी मंदिर रतनपुर
  5. प्राचीन किला रतनपुर
  6. श्री महालक्ष्मी देवी मंदिर रतनपुर
  7. देवरानी जेठानी मंदिर बिलासपुर
  8. मल्हार मंदिर बिलासपुर
  9. कानन पेंडारी उद्यान बिलासपुर
  10. वंडर वर्ल्ड बिलासपुर
  11. ऊर्जा शिक्षा उद्यान बिलासपुर
  12. स्मृति वन उद्यान बिलासपुर
  13. अमरकंटक बिलासपुर
  14. अचानकमार टाइगर रिजर्व बिलासपुर
  15. कोरी बांध बिलासपुर
  16. खुड़िया बांध बिलासपुर
  17. लूथरा शरीफ दरगाह बिलासपुर
  18. विवेकानंद गार्डन बिलासपुर
  19. मदकू द्वीप बिलासपुर
  20. नेचर कैंप बोइरपड़ाव बिलासपुर
  21. बबल आईलैंड बिलासपुर
  22. औरापानी जलप्रपात बिलासपुर
  23. घोंघा जलाशय बिलासपुर

 

बिलासपुर छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल – Bilaspur me Ghumne ki Jagah

 

बिलासा ताल एवं वसुंधरा उद्यान बिलासपुर – Bilasa Tal and Vasundhara Udyan Bilaspur

बिलासा ताल एवं वसुंधरा उद्यान बिलासपुर में घूमने लायक प्रमुख आकर्षण स्थलों में से एक है। बिलासा ताल एवं वसुंधरा उद्यान बिलासपुर में कोनी में स्थित है। इस उद्यान में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। यहां पर वयस्क पर्यटक का 20 रूपए लिया जाता है।

यहां पर नौका विहार की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां पर कैमरा शुल्क और वाहन पार्किंग का शुल्क लिया जाता है। यह पार्क बहुत बड़ा और बहुत सुंदर है। पार्क में बहुत सारी कलात्मक वस्तुएं देखने के लिए मिलती है। वसुंधरा उद्यान के अंदर एक बहुत बड़ा तालाब बना हुआ है, जिसे बिलासा ताल कहते है। तालाब के किनारे बैठने के लिए सिटिंग एरिया बनाया गया है।

तालाब में रंग बिरंगी मछलियां देखने के लिए मिल जाती है। तालाब में बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां पर बहुत सुंदर सुंदर फूलों के प्लांट देखने के लिए मिलते हैं। यह पार्क मंगलवार को बंद रहता है। यहां पर आप आकर अपना अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं। यह पार्क  छत्तीसगढ़ गवर्नमेंट के द्वारा मैनेज किया जाता है। पार्क में चारों तरफ हरियाली है।

 

महामाया मंदिर रतनपुर बिलासपुर – Mahamaya Temple Ratanpur Bilaspur

महामाया मंदिर बिलासपुर में घूमने का एक प्रमुख धार्मिक स्थान है। महामाया मंदिर बिलासपुर जिले में रतनपुर में स्थित है। रतनपुर बिलासपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर है। महामाया मंदिर को शक्ति पीठ के रूप में जाना जाता है। इस जगह के बारे में लोगों का मानना है, कि यहां पर देवी सती का बाया कंधा गिरा था। यह मंदिर बहुत सुंदर है।

मंदिर के गर्भ गृह में महामाया जी की बहुत ही आकर्षक प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर के अंदर, श्री भद्रकाली जी, महिषासुर मर्दिनी जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर परिसर बहुत बड़ा है। मुख्य मंदिर पूरा पत्थर का बना हुआ है और इसमें सुंदर नक्काशी देखने के लिए मिलती है।

महामाया मंदिर के बाहर एक बड़ा तालाब बना हुआ है। यहां पर बहुत सारे भक्त माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है और शांति मिलती है। यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर बिलासपुर अंबिकापुर रोड पर बना हुआ है।  मंदिर का मंडप तथा प्रवेश द्वार कलात्मक है। यहां पर दोनों नवरात्रों में मेला भरता है। मंदिर में महामाया देवी उद्यान और महामाया संग्रहालय देखने के लिए मिलता है।

 

खुटाघाट बांध बिलासपुर – Khutaghat Dam Bilaspur

खुटाघाट बांध बिलासपुर के रतनपुर में स्थित एक मुख्य आकर्षण स्थल है। यह बांध रतनपुर से करीब 4 किलोमीटर दूर है। यह बांध पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां पर आप बरसात में आकर बहुत सुंदर दृश्य देख सकते हैं। बरसात में पानी पूरी तरह ओवरफ्लो होकर बहता है।

तब यह बहुत ही जबरदस्त दिखता है। यहां पर झरने जैसा व्यू देखने के लिए मिल जाता है। इस बांध में बहुत सारे टापू है। शाम के समय यहां पर सूर्यास्त का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यह बांध खारंग नदी पर बना हुआ है।

 

रामटेकरी मंदिर रतनपुर – Ramtekri Temple Ratanpur

राम टेकरी मंदिर बिलासपुर के रतनपुर में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। आप यहां पर पैदल या गाड़ी से भी जा सकते हैं। इस मंदिर में श्री राम जी, माता सीता जी, लक्ष्मण जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर का निर्माण मराठा राजाओं के द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर 400 साल पुराना है।

 

प्राचीन किला रतनपुर – Ancient Fort Ratanpur

प्राचीन किला रतनपुर का एक फेमस स्थल है। यह एक ऐतिहासिक किला है। इस किले को रतनपुर का पुराना किला भी कहा जाता है। इस किले का निर्माण कलचुरी कालीन राजाओं के द्वारा किया गया था। यह किला बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। किले के पास में एक तालाब बना हुआ है।

अब यहां पर किले के ही अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। किले के अंदर, जगन्नाथ जी का मंदिर बना है। यहां पर हर साल रथ यात्रा निकली जाती है। किले में लक्ष्मी नारायण मंदिर है। मंदिर में बहुत सुंदर मूर्ति कला देखने के लिए मिलती है।

रतनपुर का पुराना किला पर बहुत बड़ा गार्डन बना हुआ है। इस किले की देखभाल पुरातत्व विभाग द्वारा की जाती है। इस किले में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। किले में हमामखाना बना हुआ है। किले की दिवार पर मूर्तियां बनी हुई है।

 

श्री महालक्ष्मी देवी मंदिर रतनपुर – Shri Mahalaxmi Devi Temple Ratanpur

श्री महालक्ष्मी देवी मंदिर रतनपुर का एक फेमस मंदिर है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर की स्थापना हैहयवंशी राजा रतन देव तृतीय के मंत्री गंगाधर शास्त्री द्वारा कराई गई थी। यह मंदिर रतनपुर कोटा मार्ग में स्थित है। यह मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर बनाया गया है।

यहां पर महालक्ष्मी जी की दिव्य प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। यहां पर रतनपुर शहर का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। मंदिर की तलहटी में एक तालाब बना हुआ है।

महालक्ष्मी मंदिर के पास में ही हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है। हनुमान मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यहां पर राम जी, सीता जी, लक्ष्मण जी और हनुमान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।

 

देवरानी जेठानी मंदिर बिलासपुर – Devrani Jethani Temple Bilaspur

देवरानी जेठानी मंदिर बिलासपुर का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। यहां पर देवरानी और जेठानी नाम के दो मंदिर हैं। यह दोनों ही मंदिर पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर में शिव भगवान जी की अद्भुत प्रतिमा के दर्शन करने मिलते है। जिसे रूद्र शिवा के नाम से जाना जाता है। यह प्रतिमा बहुत सुन्दर है।

देवरानी जेठानी मंदिर बिलासपुर शहर से 40 किलोमीटर दूर ताला नाम की जगह पर स्थित है। यह बिलासपुर रायपुर हाइवे सड़क से 4 किलोमीटर अंदर स्थित है। मंदिर के पास मनियारी नदी बहती है। यह मंदिर 5 शताब्दी में बनाया गया था।

यहां पर मंदिर के अवशेष देखने मिलते है। यहां पर मनियारी नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर का निर्माण दक्षिण कोसल के राजाओं के द्वारा किया गया है। यहां पर विभिन्न प्रकार के शिल्प कला देखने के लिए मिलते हैं।

 

मल्हार मंदिर बिलासपुर – Malhar Temple Bilaspur

मल्हार बिलासपुर में घूमने का एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। मल्हार बिलासपुर से 30 किलोमीटर दूर है। मल्हार में बहुत सारे प्राचीन मंदिर है, जहां पर आप जाकर दर्शन कर सकते है। मल्हार में मां डिंडेश्वरी मंदिर, पातालेश्वर मंदिर, भीम कीचक मंदिर,  मल्हार का किला, यह सभी जगह मल्हार की प्रमुख जगह है। यह सभी जगह प्राचीन है और धार्मिक है।

यहां पर शिवरात्रि में विशाल मेला लगता है। जिसे मल्हार मेला कहते है। यह मेला 14 दिनों तक लगता है। यह मेला बहुत बड़ा रहता है। इस मेले में दूर-दूर से लोग आते हैं। मेले में तरह तरह की दुकानें लगती है। मंदिर में बहुत सुंदर नक्काशी की गई है।

 

कानन पेंडारी उद्यान बिलासपुर – Kanan Pendari Garden Bilaspur

कानन पेंडारी उद्यान बिलासपुर में घूमने का एक प्रमुख आकर्षण स्थल है। यह उद्यान बिलासपुर का चिड़ियाघर है। यहां पर बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बब्बर शेर, सफेद बाघ, गैंडा, दरियाई घोड़ा, जंगली सूअर, मगरमच्छ, हिरण, भालू, तेंदुआ और बहुत सारे जानवर यहां देखे जा सकते है।

यहां पर मछली घर बना हुआ है, जहां पर विभिन्न प्रजाति की मछलियों को रखा गया है। यहां पर पक्षी विहार बना है, जहां पर ढेर सारे पक्षी देखने के लिए मरते हैं। कानन पेंडारी उद्यान में सर्प पार्क बना हुआ है, जहां पर अजगर, कोबरा जैसे सांप देखे जा सकते है।

इस पार्क में प्रवेश के लिए एंट्री टिकट लगता है। यह गार्डन बिलासपुर में, बिलासपुर मोगली हाईवे सड़क पर बना है। इस पार्क में आप स्वयं के वाहन द्वारा या बस द्वारा पहुंच सकते हैं। यह पार्क सोमवार को बंद रहता है। इस पार्क के खुलने का समय 9 से 5 बजे तक है। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है।

 

वंडर वर्ल्ड बिलासपुर – Wonder World Bilaspur

वंडर वर्ल्ड बिलासपुर में घूमने का एक प्रमुख स्थान है। यह एक थीम पार्क है। यह पार्ककानन पेंडारी चिड़ियाघर के पास में स्थित है। यहां पर दुनियाभर में प्रसिद्ध सात अजूबों के छोटे-छोटे प्रतिरूप बनाकर रखे गए हैं।

यहां बच्चों के लिए बोटिंग की सुविधा है। यहां और भी बहुत सारे गेम्स और स्पोर्ट्स है, जिनका बच्चे एन्जॉय कर सकते है। यहां पर रेस्टोरेंट पर बना हुआ है, जहां पर बहुत सारा खाने का सामान मिल जाता है।

 

ऊर्जा शिक्षा उद्यान बिलासपुर – Energy Education Park Bilaspur

ऊर्जा शिक्षा उद्यान बिलासपुर में घूमने का एक प्रमुख फेमस स्थान है। यह एक बहुत बड़ा और सुंदर पार्क है। इसको एनर्जी पार्क या सोलर एनर्जी पार्क के नाम से जाना जाता है। यह उद्यान बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर लोगों को सोलर ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों के उपयोग के लिए प्रेरित किया जाता है। यहां पर संग्रहालय बना हुआ है, जहां पर सौर ऊर्जा से संबंधित बहुत सारे उपकरणों को दिखाया गया है।

पार्क के बीच में, यहां पर तालाब बना हुआ है, जहां पर ढेर सारे कमल के फूल लगे हुए हैं। एनर्जी पार्क बिलासपुर में राजकिशोर नगर में बीएसएनल एक्सचेंज रोड के पास बना हुआ है। इस पार्क में चारों तरफ हरियाली है। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है।

 

स्मृति वन उद्यान बिलासपुर – Smriti Van Udyan Bilaspur

स्मृति वन उद्यान बिलासपुर में घूमने का एक प्रमुख स्थान है। यह उद्यान बिलासपुर शहर में राजकिशोर नगर में स्थित है। यह उद्यान बहुत बड़ा और सुंदर है। यहां पर बहुत सारे स्टेचू देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बच्चे लोग बहुत इंजॉय करते हैं। यहां पर एक तालाब बना हुआ है। तालाब के किनारे बैठने के लिए जगह बनाई गई है। इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है।

 

अमरकंटक बिलासपुर – Amarkantak Bilaspur

अमरकंटक बिलासपुर शहर के पास घूमने के लिए एक प्रमुख स्थान है। अमरकंटक पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां पर मध्य प्रदेश में बहने वाली मुख्य नदी नर्मदा नदी का उद्गम हुआ है। अमरकंटक में घूमने के लिए नर्मदा नदी उद्गम स्थल, नर्मदा मंदिर, माई की बगिया, माई का मंडप, श्री यंत्र मंदिर, कपिलधारा, दुधधारा, कलचुरी कालीन मंदिर, सर्वोदय जैन मंदिर, कबीर चबूतरा, जलेश्वर मंदिर देखने के लिए मिलता है। अमरकंटक के आसपास और भी प्रसिद्ध जगह है, जहां पर आप घूम सकते हैं।

 

अचानकमार टाइगर रिजर्व बिलासपुर – Achanakmar Tiger Reserve Bilaspur

अचानकमार टाइगर रिजर्व रिजर्व बिलासपुर जिले में घूमने का एक प्रमुख स्थान है। अचानकमार टाइगर रिजर्व बिलासपुर और मोगली जिले में फैला हुआ है। यहां पर घना जंगल देखने के लिए मिलता है। यहां पर आप सफारी का मजा ले सकते हैं।

यहां पर पहाड़, जंगल, नदियां, झरने का सुंदर दृश्य आप देख सकते हैं। यहां पर जंगली जानवरों में बाघ, तेंदुआ, हिरण, लंगूर, जंगली भैंसा आराम से देखने के लिए मिल सकता है। अचानकमार टाइगर रिजर्व में विभिन्न तरह के पेड़ पौधे भी पाए जाते हैं। इस टाइगर रिजर्व की स्थापना 1975 में की गई थी। इसे 2009 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है। यहां पर रिसोर्ट भी बना हुआ है, जहां पर आप ठहर सकते हैं।

 

कोरी बांध बिलासपुर – Kori Dam Bilaspur

कोरी बांध बिलासपुर के पास घूमने का एक मुख्य स्थान है। यह बांध चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यह बांध बिलासपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर है। यहां पर आप आकर पिकनिक मना सकते हैं। बांध के चारों तरफ पहाड़ियां हैं। बरसात के समय बांध का दृश्य बहुत सुंदर रहता है।

 

खुड़िया बांध बिलासपुर – Khudia Dam Bilaspur

खुड़िया बांध बिलासपुर के पास घूमने का स्थान है। यह बांध मोगली जिले में स्थित है। यह बांध चारों तरफ से जंगल और पहाड़ों से घिरा हुआ है। इस बांध का निर्माण ब्रिटिश सरकार के द्वारा किया गया था। यह बांध बहुत अच्छी हालत में अभी भी यहां पर विद्यमान है। बरसात में बांध का पानी ओवरफ्लो होता है, तो यहां झरने जैसा सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।

 

लूथरा शरीफ दरगाह बिलासपुर – Luthra Sharif Dargah Bilaspur

लूथरा शरीफ दरगाह बिलासपुर में घूमने का एक प्रमुख धार्मिक स्थान है। यह मुस्लिम धार्मिक स्थान है। यहां पर हजरत बाबा सैयद इंसान अली शाह की दरगाह के दर्शन करने मिलते है। यह दरगाह बहुत बड़ी और बहुत सुंदर है। यहां पर मुस्लिम लोग आते हैं और बाबा को चादर चढ़ाते हैं। कहा जाता है, कि आप यहां पर, जो भी मनोकामना मांगते हैं। वह जरूर पूरी होती है। यह बिलासपुर से 30 किलोमीटर दूर है।

 

विवेकानंद गार्डन बिलासपुर – Vivekananda Garden Bilaspur

विवेकानंद गार्डन बिलासपुर में घूमने का प्रमुख गार्डन है। यह बिलासपुर शहर के बीचो बीच बना हुआ है। इस गार्डन को कंपनी गार्डन के नाम से जाना जाता है। यह गार्डन बहुत बड़ा और बहुत सुंदर है। इस गार्डन में स्वामी विवेकानंद जी मूर्ति देखने के लिए मिलता है।

 

मदकू द्वीप बिलासपुर – Madku Island Bilaspur

मदकू द्वीप बिलासपुर में घूमने का एक प्रमुख स्थान है। यह बिलासपुर से 90 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एक धार्मिक स्थल है। यहां पर शिवनाथ नदी पर एक छोटा सा द्वीप बना हुआ है। यह माण्डूक्य ऋषि की तपोभूमि है। इसलिए इस द्वीप को मदकू द्वीप कहते हैं। यहां पर शिवनाथ नदी दो भागों में विभक्त होकर बहती है और एक सुंदर द्वीप का निर्माण करती है।

मदकू द्वीप पर बहुत सारे प्राचीन मंदिर पाये गए है। यहां पर पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई की गई है, जिससे उत्खनन से यहां पर बहुत सारे प्राचीन मंदिर और अनेक प्रतिमाएं मिली हैं। यह प्रतिमाएं 11वीं और 14वीं शताब्दी की मानी जाती है। यहां पर उमामाहेश्वर और गरुड़ासीन लक्ष्मी नारायण की प्रतिमा मिली है, जो बहुत अद्भुत है। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं। यह जगह ईसाइयों के लिए प्रमुख है।

 

नेचर कैंप बोइरपड़ाव बिलासपुर – Nature Camp Boirpadav Bilaspur

नेचर कैंप बोइर पड़ाव बिलासपुर के पास घूमने का एक मुख्य प्राकृतिक स्थान है। नेचर कैंप बोइरपड़ाव बिलासपुर के खोंद्रा में स्थित है। यह जगह बहुत सुंदर है। यह जगह घने जंगल के अंदर स्थित है। यहां पर आकर कैंपिंग कर सकते हैं। यहां पर आप आकर कैंपिंग, एडवेंचर स्पोर्ट्स, नेचर एक्स्प्लोर, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी कर सकते हैं।

यहां पर जंगल, पहाड़, झरना, नदी यह सभी जगह देखने के लिए मिलती है। यह जगह छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा मैनेज की जाती है। बरसात में यहां पर ज्यादा मजा आता है। यहां पर आपको 1500 रुपए में टेंट की सुविधा उपलब्ध हो जाती है और यहां पर भोजन 200 रुपए में मिल जाता है।

यह जगह गर्गज पहाड़ से 8 किलोमीटर दूर है। यहां पर प्राकृतिक सुंदरता में आप बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। आप अगर अपनी शहर की जिंदगी से बहुत थक गए हैं, तो आपको यहां पर जरूर घूमने के लिए आना चाहिए। यह जगह  बेस्ट है।

 

बबल आईलैंड बिलासपुर – Bubble Island Bilaspur

बबल आईलैंड बिलासपुर का एक एडवेंचरस पार्क है। यहां पर आप आकर बहुत सारी वॉटर राइड्स का मजा ले सकते हैं। यहां पर आप को बहुत सारी राइड मिलती है, जो बहुत मजेदार होती है। यहां पर आप रेन डांस, स्विमिंग पूल, स्लाइड, को एंजॉय कर सकते हैं। यहां पर फैमिली और बच्चों के साथ घूमने के लिए आया जा सकता है। यहां पर रेस्टोरेंट भी बना हुआ है, जहां पर आपको खाने के लिए बहुत ही लजीज खाना मिलता है।

 

औरापानी जलप्रपात बिलासपुर – Aurapani Falls Bilaspur

औरापानी जलप्रपात बिलासपुर का एक प्रमुख जलप्रपात है। यह जलप्रपात बिलासपुर में अचानकमार वन्य जीव अभ्यारण के अंदर स्थित है। यह जलप्रपात घने जंगल के अंदर बना हुआ है। यह जलप्रपात सेमरिया गांव में स्थित है। जलप्रपात में पहुंचने का, जो रास्ता है। वह पूरा जंगल वाला है।

मगर जलप्रपात में पहुंचकर आपको मजा आएगा, क्योंकि यहां चारों तरफ जंगल है। जलप्रपात के पास में ही एक जलाशय देखने के लिए मिलता है। यह जलाशय बहुत सुंदर है। जलाशय के चारों तरफ जंगल है। यहां पर आप आकर इंजॉय कर सकते हैं। यहां पर आपको जंगली जीव भी देखने के लिए मिल सकते हैं।

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घोंघा जलाशय बिलासपुर – Ghongha Reservoir Bilaspur

घोंघा जलाशय बिलासपुर में कोटा के पास घूमने के लिए एक मुख्य जगह है। यह जलाशय बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर पहाड़ों का सुंदर दृश्य भी देखने के लिए मिलता है। यह जलाशय मुख्य हाईवे सड़क से थोड़ी ही दूरी पर स्थित है।

आप यहां बरसात के समय आएंगे, तो आपको बहुत अच्छा लगेगा। बरसात के समय बांध ओवरफ्लो होकर बहता है, जिसका दृश्य बहुत ही गजब का रहता है। यहां पर आप आकर इंजॉय कर सकते हैं।

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बिलासपुर कैसे पहुंच सकते हैं – How to reach Bilaspur

बिलासपुर छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख जिला है। बिलासपुर छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। बिलासपुर में आप आसानी से आ सकते हैं। बिलासपुर में पहुंचने के लिए सड़क मार्ग और रेल मार्ग की सुविधा उपलब्ध है। बिलासपुर मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है। चलिए जानते हैं – बिलासपुर कैसे पहुंच सकते हैं

बिलासपुर में हवाई मार्ग से कैसे पहुंचे – How to reach Bilaspur by air

बिलासपुर जिले में एयरपोर्ट मौजूद है। यहां पर बिलासा देवी केवट हवाई अड्डा है। यह बिलासपुर में चकरभाठा  में बना हुआ है। यहां पर आप आ सकते हैं और बिलासपुर शहर में टैक्सी के माध्यम से पहुंच सकते हैं। इस हवाई अड्डे में मुख्य शहरों से एयरक्राफ्ट आते हैं।

बिलासपुर में रेल मार्ग से कैसे पहुंचे – How to reach Bilaspur by rail

रेल माध्यम में बिलासपुर पहुंचना बहुत आसान है। यहां पर बिलासपुर रेलवे स्टेशन बना हुआ है, जहां पर आप ट्रेन के माध्यम से आ सकते हैं। ट्रेन मार्ग विभिन्न शहरों से जुड़ी हुई है। यहां पर आप आसानी से पहुंच सकते हैं।

बिलासपुर में सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे – How to reach Bilaspur by road

बिलासपुर में सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। बिलासपुर अन्य जिलों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। बिलासपुर में आप बस के द्वारा आराम से पहुंच सकते हैं। बिलासपुर मुख्य शहर में बस स्टैंड बना हुआ है।

यहां पर अन्य प्रमुख शहरों जैसे रायपुर, धमतरी, अंबिकापुर, अमरकंटक जैसे शहरों से डायरेक्ट बस सेवा उपलब्ध है। आप यहां पर आराम से बस के द्वारा पहुंच सकते हैं। आप यहां पर अपने स्वयं के वाहन से भी आ सकते हैं। यहां पर हाईवे रोड गुजरती है, जिसके द्वारा यहां पर आराम से पहुंचा जा सकता है।

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बिलासपुर में आने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit in Bilaspur

बिलासपुर में आने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी तक का रहता है, क्योंकि यहां पर उस समय ठंडक रहती है और आप यहां पर आकर उस समय आराम से सभी जगह घूम सकते हैं। गर्मी और बरसात के समय, आप यहां पर घूम नहीं पाएंगे, क्योंकि गर्मी में यहां पर बहुत ज्यादा गर्मी होती है। इसलिए यहां पर घूमना गर्मी में बहुत ही कष्टदायक रहेगा। इसलिए आप यहां पर ठंड में आकर आराम से घूमो। आपको बहुत मजा आएगा। यहां पर, जो जगह है। वह ऐतिहासिक महत्व की है, तो इन्हें जरूर देखना चाहिए।

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