सरभंगा आश्रम सतना मध्य प्रदेश – Sarbhanga Ashram Satna 

सरभंगा आश्रम (Sarbhanga Ashram) मध्य प्रदेश का एक धार्मिक स्थल है। सरभंगा आश्रम (Sarbhanga Ashram) चित्रकूट के बहुत करीब स्थित है। सरभंगा आश्रम प्राकृतिक परिवेश में स्थित है। यहां पर चारों तरफ मनमोहक दृश्य देखने के लिए मिलता है। सरभंगा आश्रम सतना जिले का एक दर्शनीय स्थल है। सारभंगा आश्रम एक ऐतिहासिक स्थल भी है। यहां पर ढेर सारे प्राचीन मंदिरों के अवशेष देखे जा सकते हैं। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं।

सरभंगा आश्रम चित्रकूट की जानकारी – Information about Sarbhanga Ashram Chitrakoot

सरभंगा आश्रम सतना (Sarbhanga Ashram Satna)जिले का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। सरभंगा आश्रम (Sarbhanga Ashram) सतना जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर पिपरावन के घने जंगलों में स्थित है। सरभंगा आश्रम तक आप अपनी गाड़ी से पहुंच सकते हैं। यह आश्रम बहुत ही साधारण तरीके से बना है। यह आश्रम जंगल के बीच में स्थित है। यहां पर आपको ढेर सारे स्थल देखने के लिए मिलते हैं, जो प्राचीन मान्यता रखते हैं। इस आश्रम के बारे में पौराणिक कथा भी कही जाती है, माना जाता है कि यहां पर श्री राम जी अपने वनवास काल के दौरान आए थे।

सरभंगा आश्रम (Sarbhanga Ashram) सरभंग ऋषि की तपस्थली है। रामायण में सरभंग ऋषि जी का उल्लेख किया गया है। इस स्थल पर सरभंग ऋषि तपस्या किया करते थे। कहा जाता है, कि ऋषि सरभंग ने अपने अंतिम समय के दौरान श्री राम के दर्शन के लिए अपने प्राणों को अपने शरीर पर रोक कर रखा था और श्री राम जी वनवास काल के दौरान यहां पर आए थे। ऋषि सरभंग जी ने श्री राम जी के दर्शन के बाद ही अपने प्राण त्यागे थे। श्री राम जी के दर्शन करने के बाद, ऋषि सरभंग जी ने अपने प्राण त्यागे थे। ऋषि सरभंग जी ने अपने आप को योग अग्नि से समाप्त कर लिया था।

सरभंगा आश्रम (Sarbhanga Ashram) में श्री राम जानकी मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर में श्री विष्णु भगवान जी की प्राचीन प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर श्री राम जी, लक्ष्मण जी, और सीता माता जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह सभी मूर्तियां बहुत सुंदर हैं। यहां पर आपको ढेर सारे बंदर देखने के लिए मिलते हैं।

मंदिर के पास में दो कुंड देखने के लिए मिलते हैं, जिसे श्री रामकुंड और श्री लक्ष्मण कुंड के नाम से जाना जाता है। इसमें से एक कुंड में आप स्नान कर सकते हैं और एक कुंड के जल को आप पी सकते हैं। यह दोनों कुंड आजू-बाजू ही बने हुए हैं। कुंड के पास में ही एक नदी बहती है। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है।

सरभंगा आश्रम (Sarbhanga Ashram) में आप और अंदर जाएंगे, तो आपके यहां पर टूटे हुए मंदिरों के अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर प्राचीन समय में बहुत विशाल मंदिर रहा होगा, जिसके अवशेष यहां पर पड़े हुए हैं। यहां पर नक्काशीदार पत्थर देखे जा सकते हैं।

सरभंगा आश्रम (Sarbhanga Ashram) जंगल के बीच में गुफाएं हैं, जिनमें संत महाराज जी रहते हैं और यहीं पर साधना करते हैं। यहां पर जंगल में ब्रह्मकुंड देखने के लिए मिलता है, जो साल भर पानी से भरा रहता है और यही से मंदाकिनी नदी का उद्गम होता है। यह जगह चारों तरफ से हरियाली से परिपूर्ण है। यहां पर जाकर शांति का अनुभव होता है।

सरभंगा आश्रम (Sarbhanga Ashram) में आपको 108 हवन कुंड देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर 108 छोटे और बड़े हवन कुंड बनाए गए हैं। इन हवन कुंड में यज्ञ किया जाता है। माना जाता है कि प्राचीन समय में सारभंगा ऋषि यहीं पर हवन किया करते थे। यहां पर बरगद का विशाल पेड़ देखा जा सकता है। हवन कुंड के पास में हनुमान जी की प्रतिमा विराजमान है।

आप यहां पर आते हैं, तो चारों तरफ का दृश्य बहुत ही अद्भुत होता है। चारों तरफ जंगल का दृश्य रहता है। आज भी यहां पर ऋषि मुनि आकर तपस्या करते हैं और आपको यहां पर ज्यादातर ऋषि मुनि ही देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर बरसात के समय आपको छोटा सा झरना भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको प्राचीन गुफाएं देखने के लिए मिल जाती है। प्राचीन मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं।

यहां पर हनुमान मंदिर है। अगर आप चित्रकूट घूमने जाते हैं, तो आप इस जगह भी घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर फैमिली और परिवार वालों के साथ आया जा सकता है। यह जगह जंगल के बीच में स्थित है, जिससे यहां पर आकर आपको बहुत शांति मिलेगी।

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सरभंगा आश्रम सतना जिले में कहां स्थित है – Where is Sarbhanga Ashram located in Satna district

सरभंगा आश्रम मध्य प्रदेश राज्य के सतना जिले में स्थित है। यह सतना जिले के पिपरवान जंगल क्षेत्र के अंतर्गत आता है। सारभंगा आश्रम सतना जिले से करीब 50 किलोमीटर दूर है। यहां पर आने के लिए अच्छी सड़क व्यवस्था उपलब्ध है। सारभंगा आश्रम मझगवां से करीब 20 किलोमीटर दूर है। आप सारभंगा आश्रम मझगवां होते हुए आ सकते हैं।

आप यहां पर गाड़ी से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा। सरभंगा आश्रम चित्रकूट से सड़क के माध्यम से करीब 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप यहां पर अपनी गाड़ी से आ सकते हैं।

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सरभंगा आश्रम आने का सबसे अच्छा समय – Best time to visit Sarabhanga Ashram

सरभंगा आश्रम आने का सबसे अच्छा समय बरसात का रहता है। बरसात के समय यह जगह बहुत ही खूबसूरत हो जाती है। यह जगह जंगल से घिरी है। बरसात के समय जंगल हरियाली से घिर जाता है, जिससे यह जगह और भी ज्यादा सुंदर लगती है और आप यहां पर जाकर और भी ज्यादा इंजॉय कर सकते हैं। यहां पर आपको खूबसूरत झरने देखने के लिए मिलते हैं।

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