ओंकारेश्वर बांध मध्य प्रदेश (Omkareshwar Dam Madhya Pradesh) का एक सुंदर जलाशय है। ओंकारेश्वर बांध मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। ओंकारेश्वर बांध नर्मदा नदी पर बना हुआ है। ओंकारेश्वर बांध बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यह बांध बहुत खूबसूरत है। आप ओंकारेश्वर जाते हैं, तो इस बांध को भी देख सकते हैं।
ओंकारेश्वर बांध खंडवा मध्य प्रदेश की जानकारी – Information about Omkareshwar Dam Khandwa Madhya Pradesh
ओंकारेश्वर पूरे भारत देश में प्रसिद्ध है। ओंकारेश्वर एक धार्मिक स्थान है। यहां पर पूरे देश से पर्यटक घूमने लिए आते हैं। ओंकारेश्वर (Omkareshwar) नर्मदा नदी के बीच में स्थित एक खूबसूरत द्वीप है, जहां पर 12 ज्योतिर्लिंगों (12 Jyotirlingas) में से एक विद्यमान है।
ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) नर्मदा नदी पर बना हुआ एक सुंदर बांध है। ओंकारेश्वर मंदिर के पास से ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। ओंकारेश्वर द्वीप बहुत बड़ा है। ओम्कारेश्वर द्वीप को मांधाता द्वीप के नाम से भी जाना जाता है। इस द्वीप में घूमने के लिए बहुत सारे स्थल हैं, जहां पर आप आराम से घूम सकते हैं और इन सभी स्थलों में यात्रा करके अच्छा लगता है। यहां पर आकर मन को शांति मिलती है।
मांधाता द्वीप में पहुंचकर बहुत ही सकारात्मक ऊर्जा फील है। ओंकारेश्वर टापू में आपको नर्मदा नदी के किनारे बड़ी-बड़ी चट्टानें देखने के लिए मिलती हैं, जहां पर बैठकर आप ओंकारेश्वर डैम का सुंदर दृश्य देख देख सकते हैं। ओंकारेश्वर डैम का दृश्य बहुत ही मनमोहक रहता है। आप यहां पर चट्टानों के ऊपर कुछ देर बैठ सकते हैं और ओंकारेश्वर डैम का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।
ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) मुख्य रूप से जल विद्युत परियोजना और सिंचाई के लिए बनाया गया है। ओंकारेश्वर बांध के पास में ही जल विद्युत गृह बना हुआ है, जहां पर बिजली का उत्पादन किया जाता है। ओंकारेश्वर बांध से एक नहर निकली हुई है, जो मध्य प्रदेश के आस-पास बहुत सारे गांव और शहर को संचित करती है।
ओंकारेश्वर एक प्रसिद्ध स्थल है, इसलिए यहां पर आराम से आ सकते हैं और यहां पर आकर आप ओंकारेश्वर बांध को देख सकते हैं। ओंकारेश्वर इंदौर के बहुत करीब है। इंदौर में वायु मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग के द्वारा पहुंच सकते हैं। ओंकारेश्वर में आप सड़क मार्ग और रेल मार्ग के द्वारा आ सकते हैं।
ओंकारेश्वर के करीब ही एक रेलवे स्टेशन बना हुआ है, जहां पर आप आ सकते हैं और उसके बाद सड़क मार्ग द्वारा ओंकारेश्वर पहुंच सकते हैं। ओंकारेश्वर पहुंचकर आप सबसे पहले ओंकारेश्वर मंदिर में घूम सकते हैं। ओंकारेश्वर मंदिर में घूमने के बाद आप ओंकारेश्वर बांध में घूमने लिए जा सकते हैं।
ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) में घूमने के लिए आपको परमिशन लेनी पड़ती है, क्योंकि ओंकारेश्वर बांध के अंदर जाने के लिए मनाही है। आप ओंकारेश्वर बांध को दूर से देख सकते हैं। मगर आप इस बांध के अंदरूनी भाग में घूमना चाहते हैं, तो आप यहां पर हाई अथॉरिटी से परमिशन ले सकते हैं और आप ओंकारेश्वर बांध के अंदर घूम सकते हैं।
ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) लाखों एकड़ कृषि क्षेत्रों को पानी प्रदान करता है। यह नर्मदा नदी में बने 30 बांधों में से एक है। इसका उद्देश्य मध्य भारत में बिजली और सिंचाई उपलब्ध कराना है। इस बांध की 520 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता है। यह बांध कई वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जहां पर जल का भराव है, जिसमें सुंदर द्वीप बन गए हैं। जिस पर विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं का विकास किया जा रहा है। इन द्वीप में ठहरने के लिए होटल भी बने है।
ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) का आप सुंदर दृश्य देखना चाहते हैं, तो इसके लिए ओंकारेश्वर बांध के पास में एक व्यूप्वाइंट बना हुआ है, जिसे जीरो पॉइंट के नाम से जाना जाता है। जीरो पॉइंट में आप जा सकते हैं। यह मुख्य ओंकारेश्वर शहर से करीब 1 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर पैदल जा सकते हैं। यह आप गाड़ी से जा सकते हैं। यहां पर पहुंचने के लिए सड़क मार्ग है। यहां पर पहुंचकर आप ओंकारेश्वर बांध का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।
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ओंकारेश्वर बांध के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य – Important facts about Omkareshwar Dam
ओंकारेश्वर बांध का निर्माण 2003 से 2007 के बीच में किया गया है। ओंकारेश्वर बांध की ऊंचाई 53 मीटर है। ओंकारेश्वर जल विद्युत गृह से 520 मेगावाट बिजली की उत्पादन किया जाता है। ओंकारेश्वर बांध 949 मीटर लंबा है। ओंकारेश्वर बांध एक कंक्रीट बांध है। ओंकारेश्वर बांध में 23 गेट है, जो 20*17 मीटर के हैं। यह 2003 से 2006 के बीच देश की सबसे तेजी से पूरी होने वाली जल विद्युत परियोजना है। इस बांध ने 2007 से अपना काम शुरू किया है।
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ओंकारेश्वर बांध के पास जीरो पॉइंट – Zero point near Omkareshwar dam
जीरो पॉइंट ओंकारेश्वर के पास घूमने का एक अच्छी जगह है। जीरो पॉइंट ओंकारेश्वर में ओंकारेश्वर बांध के पास स्थित एक सुंदर जगह है। यह जगह ऊंचाई पर बनी हुई है। यहां पर पहुंचने के लिए सड़क मार्ग उपलब्ध है। यहां परआप आसानी से आ सकते हैं। यहां पर आप आते हैं, तो आपको ओंकारेश्वर डैम की एक नहर देखने के लिए मिलती है।
आप इस नहर का सुंदर दृश्य देखते हुए आगे जा सकते हैं। यहां पर सड़क के दोनों तरफ जंगल देखने के लिए मिलता है। आप इस पहाड़ी के ऊपर पहुंचते हैं, तो पहाड़ी से आपको चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको दूर-दूर तक का आकर्षक दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं। आप यहां पर जाकर ओंकारेश्वर का दृश्य देख सकते हैं। बरसात में यह जगह और भी ज्यादा खूबसूरत लगती है।
ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) के पास फोटो खींचना मना है। आप बांध के आसपास फोटो नहीं खींच सकते हैं। मगर जीरो पॉइंट (Zero point) में जाकर आप फोटो खींच कर सकते हैं। यहां से पूरे ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) का खूबसूरत व्यू देखने मिलता है। आप जीरो पॉइंट (Zero point) से डैम के गेट भी देख सकते हैं। यहां से आपको डैम के जलभराव क्षेत्र देखने मिलता है।
बांध के दोनों साइड घने जंगल देखने मिलते हैं, जो बहुत खूबसूरत दिखते हैं। आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा। यह बहुत अच्छी जगह है। यह ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) से करीब एक से डेढ़ किलोमीटर दूर होगी, तो आप यहां पर आराम से पैदल भी जा सकते हैं। आप जीरो पॉइंट (Zero point) से ओंकारेश्वर बांध (Omkareshwar Dam) के जलाशय में द्वीप देख सकते हैं। इन द्वीप में जाकर आप बहुत ही खूबसूरत हाॅलीडे मना सकते है।
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सैलानी आईलैंड ओंकारेश्वर बांध – Sailani Island Omkareshwar Dam
सैलानी आईलैंड ओंकारेश्वर बांध का एक सुंदर स्थान है। सैलानी आईलैंड ओंकारेश्वर बांध के बीच में स्थित एक सुंदर टापू है। इस टापू में पहुंचने के लिए नौकायन की सुविधा उपलब्ध है। सैलानी आईलैंड इंदौर के पास पर्यटकों के घूमने के लिए एक मुख्य स्थलों में से एक है। यह इंदौर से करीब 50 किलोमीटर दूर है। यहां पर आप आसानी से आ सकते हैं। यहां पर आने के लिए जंगल वाला रास्ता है। यह पूरा रास्ता जंगल से होकर गुजरता है। सैलानी आईलैंड आने के लिए आपको सबसे पहले जयंती माता मंदिर वाले मार्ग से आना पड़ता है।
बड़वाह नगर से जयंती माता मंदिर के लिए सड़क मिलती है। आपको जयंती माता मंदिर के और आगे आना पड़ता है। जयंती माता मंदिर से आगे आने पर आप सैलानी पहुंच जाते हैं। सैलानी में आपको सिद्धवरकूट जैन मंदिर देखने के लिए मिलता है, जो एक बहुत सुंदर मंदिर है और बहुत ही अच्छी तरह से बना हुआ है। आप इस मंदिर में घूम सकते हैं।
इन रास्तों से होकर जाने का अनुभव अलग ही होता है। यहां पर आपको अंतिम करीब ढाई किलोमीटर की सड़क बहुत ही बेकार मिलती है। पूरा जंगल वाला रास्ता रहता है। यहां से आगे जाने के लिए पूरा जंगल वाला रास्ता है और सड़क भी अच्छी नहीं है। यहां पर कच्ची सड़क है।
ओंकारेश्वर डैम के भराव क्षेत्र में पहुंचने के बाद, सैलानी आइलैंड जाने के लिए नाव की सवारी करनी पड़ती है। यहां पर पहुंचने पर नाव की सवारी करके आप सैलानी आइलैंड में पहुंच जाते है। नाव की सवारी करने में बहुत मजा आता है।
सैलानी आइलैंड में एमपी टूरिज्म की तरफ से एक रेस्ट हाउस बना हुआ है, जहां पर ठहरने की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर जाकर आप ठहर सकते हैं और अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां पर आपको चारों तरफ प्रकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलेगा। अगर आप इंदौर के आस-पास किसी ऐसी जगह की तलाश कर रहे हैं, जो शांतिपूर्ण हो, तो आप यहां पर आ सकते हैं। यहां पर आप आकर अपना एक या दो दिन आराम से बिता सकते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है।
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