ग्वारीघाट जबलपुर मध्य प्रदेश – Holy Gwarighat Jabalpur Madhya Pradesh

ग्वारीघाट (Gwarighat) पूरे मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध है। ग्वारीघाट मध्य प्रदेश के पवित्र घाटों में से एक है। गौरीघाट (Gwarighat) नर्मदा नदी पर बना हुआ एक सुन्दर घाट है। ग्वारीघाट (Gwarighat) बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यहां पर आपको ढेर सारे घाट देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आकर आप नर्मदा नदी में स्नान कर सकते हैं। यहां पर नर्मदा नदी की आरती में शामिल होकर बहुत अच्छा लगता है।

ग्वारीघाट जबलपुर की जानकारी – Information about Gwarighat Jabalpur

ग्वारीघाट (gwarighat) या गौरी घाट (Gauri Ghat) के नाम से मशहूर नर्मदा नदी के किनारे बना हुआ यह घाट जबलपुर जिले का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। जबलपुर में घूमने के लिए जो भी पर्यटक आता है। वह गौरीघाट (Gauri Ghat) जरूर जाता है, क्योंकि ग्वारीघाट (gwarighat) में घूमने में एक अलग ही सुकून मिलता है। यहां का जो माहौल है। वह भक्ति वाला है।

यहां पर जितने भी घाट बने हुए हैं, उन सभी घाटों में आपको मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर 24 घंटे भजन कीर्तन चलते रहता है। यहां पर भंडारा भी आपको हर समय मिलता रहेगा। यह जो गौरीघाट (Gauri Ghat) का एरिया है। वह बहुत ही शांत है। यहां पर आप आकर बैठ कर चिड़ियों की चहचहाहट सुन सकते हैं और नर्मदा नदी का सुंदर दृश्य को देख सकते हैं।

यहां पर गर्मियों के समय बहुत सारे लोग अपना डेरा गौरी घाट (Gauri Ghat) में ही जमा लेते हैं। ग्वारीघाट (gwarighat) में ही मस्ती से सभी लोग नहाते हुए अपना समय बिताते हैं। गौरी घाट में आकर बहुत शांति महसूस होती है और जो भी पर्यटक जबलपुर आता है। वह ग्वारीघाट (gwarighat) के दर्शन जरूर करते है।

ग्वारीघाट (gwarighat) का सीन बहुत ही मस्त रहता है और यहां पर आप अपना बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। यहां पर ठंड के समय बहुत सारे विदेशी पक्षी आते हैं, जिनको देखने के लिए गौरी घाट में बहुत सारे लोग आते हैं। इन पक्षियों की आवाज बहुत ही सुरीली लगती है और इन पक्षियों को बहुत सारे लोग खाना भी डालते हैं।

यह पक्षी पूरी गौरी घाट (Gauri Ghat) में उड़ते रहते हैं और पानी में तैरते रहते हैं। यहां पर आकर बहुत आनंद आता है। इन पक्षियों के लिए बहुत सारे लोग दाना भी डालते हैं और पानी में दाना डाल कर आवाज लगाते हैं, तो यह पक्षी आ जाते हैं। उस समय का बहुत सुंदर नजारा रहता है। आप यहां पर ठंड में आकर इन पक्षियों को देख सकते हैं।

 

गौरी घाट के घाट – Ghats of Gauri Ghat

गौरी घाट (Gauri Ghat) में बहुत सारे घाट बने हुए हैं। इन घाटों में आप घूम सकते हैं। यह सारे घाट पक्के बने हुए हैं। यहां पर आप नर्मदा नदी में नहाने का मजा भी ले सकते हैं। यहां पर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर हर समय लोगों की भीड़ बनी रहती है।

गौरी घाट (Gauri Ghat) में कौन-कौन से घाट हैं। चलिए जानते हैं।

जिलहरी घाट – Jilhari Ghat

जिलहरी घाट गौरी घाट (Jilhari Ghat Gauri Ghat) का यह घर बहुत सुंदर है और यह पूरा घाट पक्का बना हुआ है। इस घाट में आप नीचे की तरफ आते हैं, तो यहां पर नहा सकते हैं। यहां पर कपड़े बदलने के लिए भी चेंजिंग रूम दिए गए हैं। यहां पर आपको शिव भगवान जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर में शिव भगवान जी की अद्भुत प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।

इस घाट में अगर पानी कम रहता है, तो आप नर्मदा नदी के बीच में बने टापू में भी जा सकते हैं। मगर पानी ज्यादा रहने की स्थिति में आप नर्मदा में बने टापू में मत जाइएगा। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर ज्यादातर लोग तैराकी के लिए आते हैं। आप भी इस घाट में आ सकते हैं।

सिद्ध घाट – Siddha Ghat

गौरी घाट का सिद्ध घाट (Siddha Ghat of Gauri Ghat) भी बहुत सुंदर है। यह घाट भी पूरा पक्का बना हुआ है। यहां पर भी आप नहाने का मजा ले सकते हैं। यहां पर भी चेंजिंग रूम दिए गए हैं, जहां पर महिलाएं कपड़े बदल सकते हैं। यह ज्यादा गहरा नहीं है, उथला रहता है, तो यहां पर भी आप तैरने का मजा ले सकते हैं। मगर ज्यादा गहराई में ना जाएं, क्योंकि बीच में नदी ज्यादा गहरी है।

यहां पर आपको शिव जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। जिस में शिव भगवान जी का शिवलिंग विराजमान है और शेषनाग की भी मूर्ति देखने के लिए मिलती है। शिवजी के मंदिर के सामने आपको गौमुख देखने के लिए मिलता है। यहां पर गोमुख से 24 घंटे पानी बहता रहता है और यह कुंड बहुत सुंदर लगता है। इस कुंड में कमल के फूल लगे रहते हैं और इस कुंड के पास भी बहुत सुंदर सुंदर मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं।

उमा घाट – Uma Ghat

उमा घाट ग्वारीघाट (Uma Ghat Gwarighat) का एक सुंदर घाट है। यह घाट भी पूरा पक्का बना हुआ है। इस घाट में ऊपर की तरफ आपको पेड़ पौधे  देखने के लिए मिलता है, जहां पर आप बैठ भी सकते हैं। शाम के समय यहां पर बहुत सारे पक्षी आकर बैठते हैं, जिससे पक्षियों की चहचहाहट की आवाज आप यहां पर सुन सकते हैं, बहुत अच्छा लगता है।

शाम के समय यहां पर बैठकर नर्मदा जी के दृश्य को देखना। यहां पर शाम के समय आरती भी होती है। यहां पर 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने के लिए भी आपको मिल जाते हैं। यहां पर ज्योतिर्लिंग शिवलिंग विराजमान किए गए हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है और आप यहां पर शांति से बैठ सकते हैं।

दरोगा घाट – Daroga Ghat

गौरी घाट का दरोगा घाट भी सुंदर घाट है।  इस घाट में आपको एक घाट से दूसरे घाट अपना कोई भी सामान ले जाना रहता है, तो आप इस घाट में आकर ले जा सकते हैं। यहां पर आप अपनी गाड़ी भी इस घाट से दूसरे तरफ घाट में लेकर जा सकते हैं। यह घाट भी बहुत सुंदर है।

यहां पर भी आप नहा सकते हैं और यहां कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम भी दिए गए हैं। दरोगा घाट भी पूरा पक्का बना हुआ है। यहां पर आपको बहुत सारे पंडित जी बैठे हुए देखने के लिए मिल जाते हैं, जो पूजा पाठ करवाते हैं।

खारी घाट – Khari Ghat

खारी घाट में समाधि के राख को ठंडा किया जाता है। यहां पर भी आपको मंदिर देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर घाट में शंकर जी का मंदिर बना हुआ है। यहां पर भी जो लोग खारी ठंडी करने के लिए आते हैं। वह लोग स्नान करते हैं। यहां पर अच्छा लगता है और यहां पर ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं रहती है। अगर आप शांति से अपना कुछ पल बिताना चाहते हैं, तो इस घाट में आ सकते हैं।

श्मशान घाट – shamshan ghat

श्मशान घाट गौरी घाट (shamshan ghat gwarighat) से बहुत दूर स्थित है। मगर यह भी नर्मदा नदी पर बना हुआ घाट है, तो इसके बारे में भी मैं आपको बता देती हूं। यह घाट में जाने का रास्ता स्टेशन वाली रोड से है। आपको सीधा जाना पड़ता है। इस घाट में लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है। इस घाट में सभी को जाने की परमिशन नहीं रहती है।

कालीघाट – Kalighat

कालीघाट ग्वारीघाट (Kalighat Gwarighat) से दूर स्थित एक सुंदर घाट है। यहां पर ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं लगती है, क्योंकि इस घाट के बारे में बहुत कम लोगों को पता है। इस घाट के पास में ही काली माता का बहुत ही प्राचीन मंदिर है। इसलिए इस घाट को कालीघाट के नाम से जाना जाता है। यहां पर कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम मिल जाते हैं।

यहां पर आप नहाने का मजा ले सकते हैं। इस घाट के पास में आपको कुछ दुकानें भी देखने के लिए मिल जाती हैं, आप इन दुकानों से आप चाय और खाने का सामान ले सकते हैं। यह घाट गौरी घाट के श्मशान घाट के भी आगे स्थित है। इस घाट में आप अपनी गाड़ी से आराम से आ सकते हैं और इस घाट  में आने के लिए अच्छी सड़क आपको मिल जाएगी।

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ग्वारीघाट का मेला – Gwarighat ka mela 

ग्वारीघाट का मेला (Gwarighat ka mela) साल में 12 महीना लगा रहता है। आप जब भी यहां पर आएंगे, तो आपको यहां पर तरह-तरह की दुकान देखने के लिए मिल जाएंगी। यहां पर आपको सिंदूर, चूड़ी, बिंदी, काजल यह सब चीजें मिलती ही रहती है। आप कभी भी गौरीघाट घूमने के लिए आते हैं, तो यह सभी चीजें ले सकते हैं। इसके अलावा यहां पर आपको किताब, धार्मिक किताबें, मिठाईयां, होटल इन सब की दुकानें भी देखने के लिए मिल जाती हैं।

गौरी घाट में मुख्य मेला लगता है, मकर संक्रांति और नर्मदा जयंती के समय। इस समय ग्वारीघाट में बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। हजारों की संख्या में लोग गौरी घाट में नर्मदा जी के दर्शन करने के लिए आते हैं।  गौरी घाट में आप इस समय कहीं भी जाएंगे। आपको दुकान और लोग देखने के लिए मिलते हैं।

इस समय गौरी घाट जाने वाली सड़क में बहुत सारी दुकानें लगती हैं। गौरी घाट के नर्मदा जयंती और मकर संक्रांति के समय आपको कपड़े, बर्तन, लकड़ी के सामान, बैग, चूड़ी, पायल कंगना, सभी प्रकार के समान मिलते हैं। यहां पर मकर संक्रांति और नर्मदा जयंती के समय भंडारा भी होता रहता है।

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गौरी घाट में महाआरती – Maha Aarti at Gauri Ghat

गौरी घाट में शाम के समय महाआरती (Maha Aarti) होती है। महा आरती में शामिल होने के लिए बहुत सारे लोग आते हैं। यहां पर महाआरती (Maha Aarti) आपको उमा घाट में देखने के लिए मिल जाएगी। यहां पर महाआरती (Maha Aarti) करीब यहां पर 1 घंटे तक चलती है। शाम के 7 बजे आरती शुरू हो जाती है। यहां पर शाम के समय बहुत अच्छा लगता है और मन में सकारात्मक विचार आते हैं।

 

ग्वारीघाट का कुंभ मेला – Kumbh Mela of Gwarighat

गौरी घाट में 2019 में कुंभ मेले का आयोजन हुआ था। इस कुंभ मेले में कथा का प्रवचन सुनने के लिए बहुत दूर दूर से लोग आए थे। यहां पर बहुत सारी दुकानें लगी हुई थी। यहां पर झूले लगे हुए थे और इस कुंभ मेले में दूर-दूर से साधु संत लोग आए हुए थे। साधु संत लोगों के ठहरने के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था यहां पर की गई थी। यहां पर लोगों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था। यह कुंभ मेला बहुत बड़े क्षेत्र में लगा हुआ था। यह कुंभ मेला गीता धाम के सामने लगा हुआ था।

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ग्वारीघाट के मंदिर एवं आश्रम – Temples and Ashrams of Gwarighat

ग्वारीघाट में आप घूमने के लिए आते हैं, तो आपको यहां पर बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलेंगे और आश्रम देखने के लिए मिल जाएंगे। ग्वारीघाट में नर्मदा नदी के बीच में बना नर्मदा जी का मंदिर बहुत सुंदर लगता है और यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध भी है। इस मंदिर में नाव से जा सकते हैं। इस मंदिर में नर्मदा जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।

नर्मदा जी मगरमच्छ पर विराजमान है। इसके अलावा नर्मदा मंदिर के अलावा भी गौरी घाट में आपको बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आपको शंकर जी की बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलेंगे और शंकर जी की बहुत सारी प्रतिमाएं आपको घाट में विराजमान मिलेंगे। आपको यहां पर कांच मंदिर जिलहरी घाट में देखने के लिए मिलेगा।

कांच मंदिर में चारों तरफ कांच लगा हुआ है और यह मंदिर बहुत ही सुंदर लगता है। आपको कालीघाट में काली मंदिर देखने के लिए मिलेगा। यह मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है। आप यहां पर भी घूमने के लिए जा सकते हैं। ग्वारीघाट में बहुत सारे आश्रम है। गौरी घाट में पगलानंद आश्रम है। इस आश्रम में आपको मोर देखने के लिए मिलेगा और यहां पर कथाएं भी होती है। आप इस आश्रम में जाकर देख सकते हैं।

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ग्वारीघाट का गुरुद्वारा – Gwarighat Gurudwara

ग्वारीघाट का गुरुद्वारा बहुत सुंदर है। आप जब भी ग्वारीघाट जाते हैं, तो ग्वारीघाट के आपको दूसरे तरफ गुरुद्वारा देखने के लिए मिलता है। यह गुरुद्वारा नर्मदा नदी के किनारे ही बना हुआ है और बहुत सुंदर लगता है। इस गुरुद्वारे में हम लोग रविवार के दिन गए थे। रविवार के दिन यहां पर लंगर चलता है।  इस गुरुद्वारे में आप लोग नाव से पहुंच सकते हैं।

नाव वाला 10 रूपए लेगा। इस गुरुद्वारे में पहुंचकर आपको सुंदर गुरुद्वारा देखने के लिए मिलता है। अभी यहां पर जो नया गुरुद्वारा बना है। वह बहुत ही सुंदर लगता है। ऊपर की तरफ आपको बड़े-बड़े गुंबद देखने के लिए मिलते हैं। यह गुंबद आपको ग्वारीघाट में दूर-दूर तक से देखने के लिए मिल जाते हैं।

यहां पर आपको बहुत स्वादिष्ट खाना खाने के लिए मिलता है और यहां पर आपको म्यूजियम भी देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर आप आकर शांति से बैठ सकते हैं और गुरु की वाणी को सुन सकते हैं।

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ग्वारीघाट कहां स्थित है – Where is Gwarighat located

गौरी घाट जबलपुर का एक प्रमुख जगह है। गौरी घाट जबलपुर में नर्मदा नदी के किनारे पर बना हुआ है। गौरी घाट में आने के लिए आप ऑटो और स्वयं के वाहन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां पर आने के लिए 24 घंटे आपको ऑटो मिल जाता है। यहां पर दिन के समय मेट्रो बस की सुविधा भी उपलब्ध रहती है।

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